राजमाता के रक्त ने लिया राष्ट्रहित में फैसला
ज्योतिरादित्य के फैसले पर यशोधरा राजे की प्रतिक्रिया
भोपाल: कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस्तीफा दिया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ से नाराज चल रहे सिंधिया ने मंगलवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर इस्तीफा दे दिया। सिंधिया ने खुद ट्वीट कर अपने इस्तीफे की जानकारी दी है। इसके बाद ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया के फैसले पर यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि राजमाता के रक्त ने राष्ट्रहित में फैसला लिया है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि साथ चलेंगे और नया देश गढ़ेंगे,अब मिट गया हर फासला। यशोधरा ने कांग्रेस छोड़ने के ज्योतिरादित्य सिंधिया के फैसले को साहसिक कदम बताते हुए कहा कि मैं इस फैसले का आत्मीय स्वागत करती हूँ।
राजमाता के रक्त ने लिया राष्ट्रहित में फैसला साथ चलेंगे,नया देश गढ़ेंगे,अब मिट गया हर फासला।@JM_Scindia द्वारा कांग्रेस छोड़ने के साहसिक कदम का मैं आत्मीय स्वागत करती हूँ।
ज्योतिरादित्य के ट्वीट के तुरंत बाद कांग्रेस पार्टी के नेता केसी वेणुगोपाल की तरफ से भी इस मामले में बयान आ गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया को तत्काल प्रभाव से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से निष्कासित करने की मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही सिंधिया के इस्तीफे पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने कहा कि MP में अब हमारी सरकार नहीं बचेगी।
बता दें कि सिंधिया ने इस्तीफे का फैसला दिल्ली में आज सुबह गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के बाद लिया। इस्तीफा देने से पहले सिंधिया दिल्ली में सुबह अपने आवास से निकलकर सीधे गृहमंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे और इसके बाद शाह के साथ ही वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास गए थे। पीएम के आवास पर सिंधिया की बैठक सुबह 10.45 बजे शुरू हुई। जिसके बाद उन्होंने ट्वीट कर इस्तीफे की जानकारी दी।