मध्य प्रदेश में जारी है राजनितिक उठापटक
सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के 10 विधायक कर्नाटक पहुंचे
भोपाल: मध्य प्रदेश की राजनीतिक उठापटक अभी पूरी तरह से शांत नहीं हुई थी कि एक बार फिर ड्रामा शुरू हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक राज्य की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के 10 विधायक कर्नाटक पहुंचे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ये सभी ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के हैं। खास बात यह है कि इनमें एक मंत्री भी शामिल हैं। इसके साथ ही कमलनाथ सरकार पर अविश्वास प्रस्ताव का संकट गहराने लगा है।
सूत्रों के मुताबिक कर्नाटक बीजेपी के विधायक मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायकों को लेकर बेंगलुरु पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि इन विधायकों को बेंगलुरु के बाहरी इलाके में किसी रिजॉर्ट में ठहराया गया है। अभी तक की जानकारी के मुताबिक राजवर्धन सिंह, बंकिम सिलावत, गिरिराज, रक्षा, जसवंत जाटव, सुरेश धाकड़, जजपाल सिंह, बृजेंद्र यादव और पुरुषोत्तम पराशर बेंगलुरु पहुंचे हैं। इनके अलावा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के भी जाने की खबर है।
वहीं, मीडिया से बात करते हुए मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ ने कहा है कि बीजेपी से अब रहा नहीं जा रहा है। कमलनाथ ने कहा, 'उन्होंने 15 साल में जो भ्रष्टाचार किया, वह सामने आने जा रहा है। इसलिए वे बेचैन हो रहे हैं।' कमलनाथ ने सोमवार को ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी और कहा था कि वह उनकी दी हुई सलाह मानेंगे। वहीं, संभावना जताई जा रही है कि बीजेपी विधानसभा सत्र के पहले दिन ही अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है।
मध्य प्रदेश की राजनीति में पिछले सप्ताह 3 मार्च की देर रात राजनीतिक ड्रामा उस वक्त शुरू हुआ, जब कांग्रेस, बीएसपी और एसपी के कुल नौ विधायक अचानक से गायब हो गए। इनमें से पांच विधायकों को अगले ही दिन रात में भोपाल लाया गया, जबकि निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा, कांग्रेस विधायक बिसाहू लाल सिंह और रघुराज कंसाना भी वापस लौट आए। लेकिन एक कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डंग ने इस्तीफा दे दिया है।