राम मंदिर के लिए उद्धव देंगे एक करोड़ रुपये
अयोध्या: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री तथा शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अपनी सरकार के सौ दिन का कार्यकाल पूरा होने पर शनिवार को रामनगरी अयोध्या पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत कर कहा कि महाराष्ट्र के श्रद्धालुओं के लिए भी अयोध्या में महाराष्ट्र सरकार भवन बनवाएगी। इसके लिए उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भूमि उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। साथ ही उन्होंने राम मंदिर के लिए अपनी ओर से एक करोड़ रुपये देने का एलान भी किया।
सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं रामलला का आशीर्वाद लेने के लिए यहां आया हूं। आज मेरे साथ मेरे 'भगवा' परिवार के कई सदस्य मौजूद हैं। पिछले 1.5 वर्षों में यह मेरी तीसरी यात्रा है। मैं बीजेपी से अलग हूं, हिंदुत्व से नहीं। बीजेपी का मतलब हिंदुत्व नहीं है। हिंदुत्व अलग और बीजेपी अलग है।
उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर को महाराष्ट्र में कांग्रेस और राकांपा के साथ गठबंधन कर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उनका यह तीसरा अयोध्या दौरा है। लोकसभा चुनाव से पहले और बाद में उद्धव ने अयोध्या का दौरा करके रामलला के दर्शन किए थे। उनका सरयू आरती और जनसभा का भी कार्यक्रम था, लेकिन कोरोनावायरस को लेकर गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एडवायजरी के बाद भीड़ जुटने वाले कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री के आगमन कार्यक्रम को लेकर शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत भी अयोध्या में हैं। राउत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र के आह्वान के बाद भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों को रद्द किया गया है। मुख्यमंत्री योगी ने भी भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों से बचने की अपील की थी।
संजय राउत ने बताया मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे लखनऊ से होते हुए अयोध्या जाएंगे। वे दोपहर बाद करीब दो बजे यहां पहुंच जाएंगे। इसके बाद शाम 4:30 बजे वह पूरे परिवार के साथ रामलला के दर्शन करेंगे। उद्धव के दौरे के विरोध के सवाल पर राउत ने कहा कि मैं बीते पांच दिनों से अयोध्या में हूं। कहीं कोई विरोध नजर नहीं आ रहा है। कोई विरोध करना चाहता है तो वह उसकी भूमिका है। लोकतंत्र में सभी को विरोध करने का अधिकार है। संत महंत भी राजनीतिक विरोध करने लगे हैं। अच्छी बात है उनमें जागरूकता आई है।
राउत ने कहा कि सरयू आरती होने वाली थी। लेकिन जिस प्रकार से कोरोना वायरस के डर का माहौल है। प्रधानमंत्री ने भीड़ वाले कार्यक्रमों से बचने का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री से भी बात हुई है। आह्वान है कि भीड़भाड़ वाले कार्यक्रम से बचा जाए। उसके बाद उद्धव से बात हुई है। सरकार की तरफ से जो गाइडलाइन मिली है, उसका अनुपालन होगा। सरयू आरती स्थगित कर दी गई है।