पाबंदी लगाए जाने के बाद यस बैंक के ग्राहकों में अफरातफरी
नेट व मोबाइल बैंकिंग भी नहीं कर रहा काम, एटीएम के शटर गिरे
सरकार द्वारा येस बैंक पर पाबंदी लगाए जाने और निकासी की सीमा तय किए जाने के बाद बैंक की नेट और मोबाइल बैंकिंग सेवा पर भी असर पड़ा है। नेट और मोबाइल बैंकिंग सेवा ठप्प हो गया है और तय रकम भी किसी दूसरे खाते में ट्रांसफर नहीं हो पा रही है। ऐसा गुरुवार की रात 9 बजे ही हो गया। इसके बाद से यस बैंक के ग्राहक काफी परेशान हैं। एटीएम के शटर बंद हैं। कहीं कोई एटीएम यदि खुला है तो वहां लंबी-लंबी कतारें लगी है।
भारतीय रिजर्व बैंक की सिफारिश पर सरकार ने येस बैंक पर 5 मार्च से लेकर 3 अप्रैल तक के लिए पाबंदी लगा दी है। यह आदेश गुरुवार शाम 6 बजे से प्रभावी हो गया है। नए आदेश के अनुसार ग्राहक एक महीने में अपने खाते से सिर्फ 50,000 रुपये ही निकाल सकेंगे।
केंद्रीय बैंक ने येस बैंक के बोर्ड को भी भंग कर दिया है और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के पूर्व उप प्रबंध निदेशक और सीएफओ प्रशांत कुमार को प्रशासक नियुक्त किया है। आरबीआई ने अपने एक बयान में कहा, “केंद्रीय बैंक इस निष्कर्ष पर पहुंचा है कि विश्वसनीय पुनरोद्धार योजना के अभाव, सार्वजनिक हित और जमाकर्ताओं के हित को लेकर बैंकिंग नियमन कानून, 1949 की धारा 45 के तहत पाबंदी लगाने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं है।”
पाबंदी लगाए जाने के बाद बैंक के परेशान जमाकर्ताओं को एटीएम से धन निकालने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। लंबी कतारों में खड़े जमाकर्ताओं को कहीं मशीनें बंद पड़ी मिलीं तो कहीं एटीएम में पैसा नहीं था। येस बैंक के ग्राहकों की मुसीबत और बढ़ गई जब उन्हें इंटरनेट बैंकिंग प्रणाली के माध्यम से धन स्थानांतरित करने में भी असुविधा झेलनी पड़ी।