नई दिल्ली: आगामी बिहार चुनाव की आहट बिहार विधानसभा में भी दिख रही है। पिछले दो दिनों में एनपीआर, एनआरसी और जातिगत जनगणना को लेकर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुए हैं। बिहार में गुरुवार (27 फरवरी) को जातिगत जनगणना को लेकर प्रस्ताव पारित हुआ। विपक्षी दल आरजेडी लगातार जातिगत जनगणना के मुद्दे को उठा रही थी।

प्रस्ताव पारित होने के तुरंत बाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने ट्वीट किया, हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय लालू प्रसाद यादव जी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जी के अनवरत अथक प्रयासों से फिर बिहार विधानसभा से जातीय जनगणना का प्रस्ताव पास कराया गया। अब मोदी सरकार जातिगत जनगणना करवाए। भाजपा की बहानेबाज़ी अब नहीं चलेगी। वंचित वर्गों को अब गुमराह नहीं कर सकते। इस ट्वीट को तेजस्वी यादव ने रिट्वीट भी किया।

इससे पहले बुधवार (26 फरवरी) को नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (एनपीआर) की प्रक्रिया 2010 में अंकित कॉलम के अनुसार करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया है। साथ ही नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) के विरोध प्रस्ताव पारित किया है। सभी दलों ने एक मत से कहा कि बिहार में एनआरसी की कोई आवश्यकता नहीं है।