दिल्ली हिंसा: दंगे में बेटा खोने वाले बाप ने कहा, कपिल मिश्रा आग लगा के घर में घुस गया
नई दिल्ली: दिल्ली हिंसा में अब तक 18 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि डेढ़ सौ लौग घायल हैं। सोमवार (24 फरवरी) को करावल नगर में मार्केट एग्जिक्यूटिव राहुल सोलंकी की हत्या कर दी गई, जब वो किराने का सामान खरीदने घर से बाहर आया था। राहुल सामान लेकर घर लौट रहा था तभी हिंसक भीड़ ने हमला बोल दिया, जिसमें वो बुरी तरह से घायल हो गया और अस्पताल जाते-जाते दम तोड़ दिया। राहुल सोलंकी को गले में गोली लगी थी। राहुल के पिता हरि सिंह सोलंकी ने इस हिंसा के लिए बीजेपी नेता और पूर्व विधायक कपिल मिश्रा को जिम्मेदार ठहराया है।
सोलंकी ने रोते हुए कहा, “कपिल मिश्रा आग लगा के अपने घर में घुस गया और अब हम जैसों के बेटे मर रहे हैं।” सोलंकी के अलावा अन्य मृतकों और घायलों के रिश्तेदारों ने भी हिंसा फैलाने के लिए कपिल मिश्रा को जिम्मेदार ठहराया है और कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है। सोलंकी ने कहा, “अगर इसे रोका नहीं गया, तो लोग अपने बच्चों को खोते रहेंगे। उसे तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए।”
उनके परिवार ने आरोप लगाया कि कोई भी निजी क्लिनिक राहुल को भर्ती करने के लिए तैयार नहीं था, और जीटीबी अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई। राहुल की छोटी बहन मुंबई एयरपोर्ट पर ASI के रूप में तैनात है और उसकी शादी अप्रैल में होनी थी।
रविवार को मिश्रा ने सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को रास्ता साफ करने की धमकी दी थी। साथ ही दिल्ली पुलिस को प्रदर्शनकारियों से जाफराबाद और चांद बाग़ मार्ग को साफ कराने का भी अल्टीमेटम जारी किया था। इसके बाद सोमवार को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में कई जगहों पर हिंसा फैल गई। देखते-ही देखते मौत का आंकड़ा बढ़ने लगा। सोमवार को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा में मारे गए 13 लोगों में राहुल भी शामिल है। पीड़ितों में दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल (42), शाहिद खान (22), दीपक (34), मुदस्सिर खान (35) और मोहम्मद फुरकान (32) भी शामिल हैं। बाकी की पहचान अभी नहीं की जा सकी है।
हिंसा फैलने से पहले भले ही लोग दो फाड़ थे मगर हिंसा के बाद जब उनके ऊपर बात बन आई तो सभी पीड़ित परिवार दु:ख की घड़ी में एकसाथ नजर आए। जीटीबी अस्पताल में मॉच्यूरी के बाहर सभी मृतकों के परिजनों ने बीजेपी नेता कपिल मिश्रा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।