प्रज्ञान ओझा ने लिया संन्यास
नई दिल्ली: बाएं हाथ के स्टार स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का ऐलान किया है। इस स्पिनर ने शुक्रवार को सोशल मीडिया में फैंस के नाम शेयर एक भावुक संदेश में इंटरनेशनल और घरेलू क्रिकेट से तत्काल प्रभाव से संन्यास लेने का ऐलान किया।
ओझा ने अपना आखिरी प्रथम श्रेणी मैच नंवबर 2018 में बिहार के लिए खेला, इसके अलावा वह हैदराबाद और बंगाल के लिए भी खेले। ओझा ने भारत के लिए अपना डेब्यू 2008 में एशिया कप के दौरान बांग्लादेश के खिलाफ किया था और इसी टीम के खिलाफ जून 2009 में अपना टी20 इंटरनेशनल डेब्यू भी किया। ओझा ने अपना टेस्ट डेब्यू नवंबर 2009 में श्रीलंका के खिलाफ किया था।
33 वर्षीय ओझा ने ट्विटर पर अपने संन्यास का ऐलान करते हुए कहा कि अब जीवन के अगले चरण की तरफ बढ़ने का समय है। ओझा ने अपने 14 साल लंबे करियर के दौरान प्यार और समर्थन के लिए फैंस से लेकर हैदराबाद क्रिकेट संघ और सौरव गांगुली से लेकर वीवीएस लक्ष्मण और हरभजन सिंह तक कई महान खिलाड़ियों का आभार जताया है।
ओझा ने भारत के लिए अपने 24 टेस्ट मैचों में 113 विकेट लिए, जबकि 18 वनडे मैचों में 21 विकेट और 6 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 10 विकेट लिए।
ओझा ने आईपीएल में भी कामयाबी हासिल की और 2009 में डेक्कन चार्जर्स के साथ खिताब जीता और बाद में दो बार खिताब जीतने वाली मुंबई इंडियंस का हिस्सा रहे।
वह 2010 में 21 विकेट लेते हुए पर्पल कैप जीतने वाले पहले स्पिनर बने थे। ओझा ने अपना आखिरी आईपीएल मैच 2015 में खेला था। उन्होंने 92 आईपीएल मैचों में 89 विकेट झटके।