मोदी सरकार “मंदी” शब्द को मानती ही नहीं और असल खतरा यही है: मनमोहन सिंह
नई दिल्ली: देश में कथित मंदी की मार और डंवाडोल अर्थव्यवस्था को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह ने प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली NDA सरकार पर निशाना साधा है। बुधवार को उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार ”Slowdown” शब्द को स्वीकार नहीं करती है। और, यही असली खतरा है।
ये बातें सिंह ने बुधवार को योजना आयोग के पूर्ल उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया की किताब “Backstage” के लोकार्पण के दौरान कहीं। उन्होंने बताया कि मौजूदा सरकार “मंदी” शब्द को मानती ही नहीं है और असल खतरा यही है कि अगर समस्याओं की पहचान नहीं की गई तो सुधारात्मक कार्रवाई के लिए विश्वसनीय हल का पता लगाए जाने की संभावना नहीं है।
पूर्व प्रधानमंत्री आगे बोले, “मुझे लगता है कि इन मुद्दों पर बहस होगी और इस पर चर्चा होनी चाहिए, क्योंकि आज ऐसी सरकार है जो मंदी जैसे किसी शब्द को स्वीकार नहीं करती है। मुझे लगता है कि यह हमारे देश के लिए अच्छा नहीं है।”
सिंह ने आगे अहलूवालिया की किताब को लेकर कहा कि यह पुस्तक देश के विकास के लिए बहुत मददगार होगी। बकौल मनमोहन, “योजना आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष ने संप्रग सरकार के अच्छे बिंदुओं के साथ ही उसकी कमजोरियों के बारे में भी लिखा है।”
सिंह ने 1990 के दशक में अर्थव्यवस्था के उदारीकरण में उन्हें समर्थन देने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम और अहलूवालिया द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना की और कहा कि वह विभिन्न तबकों के प्रतिरोध के बावजूद सुधारों को पूरा करने में सफल हो सके।