घर से दूर बुज़ुर्गो को मिला हंसी खुशी का माहौल
लखनऊ: राजधानी में बुज़ुर्गो महिलाओं एवं बच्चो की सेवा को समर्पित संस्था आशा वेलफेयर फाउंडेशन ने हेल्प यु वेलफेयर सोसाइटी के संयुक्त तत्वाधान में मंगलवार को सरोजिनी नगर स्थित सार्वजनिक शिक्षोनायन सेवा संस्थान के वृद्धाश्रम में बुज़ुर्गो के लिए खाने पीने के साथ मनोरंजन का कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर वृद्धाश्रम में रहने वाले छः दर्जन से अधिक बुज़ुर्गो के आखों की जांच की एवं निशुल्क चश्मे का वितरण हुआ। नेत्र जांच एवं चश्मा वितरण हेल्प यु वेलफेयर सोसाइटी की ओर से आयोजित किया गया।
इस मौके पर आशा वेलफेयर फाउंडेशन के उपाध्यक्ष एवं सोशल एक्टिविस्ट बृजेन्द्र बहादुर मौर्य ने येसुदास का गाया धीरे धीरे सुबह हुई,जाग उठी ज़िन्दगी गीत से शुरुआत करके एक के बाद एक गीत प्रस्तुत किये जिसे सुनकर बुज़ुर्गो की आंखों में ख़ुशी के आंसू तक निकल गए। इसी के साथ
इस अवसर पर हेल्प यु वेलफेयर सोसाइटी के प्रेसिडेंट राम चौरसिया के बेटे अर्णव चौरसिया का जन्मदिन बुज़ुर्गो के साथ ही केक काटकर मनाया गया। मास्टर अर्णव ने पियानो पर पापा कहते है बड़ा काम करेगा गीत बजाकर सुनाया। हेल्प यु वेलफेयर सोसाइटी के प्रेसिडेंट एवम सिस्टम यु विन के डायरेक्टर राम चौरसिया ने भी और इस दिल मे क्या रखा है गीत सुनाया। छः साल की बच्ची नितारा चौरसिया ने नागिन धिन धिन पर नृत्य करके दिखाया। एसजीपीजीआई में सीनियर नर्स एवम मिस यूनिवर्स नीमा पन्त ने शायरी एवं कविता के माध्यम से जोश भरा,आशा वेलफेयर फाउंडेशन के युथ सेक्रेटरी अभिषेक सिन्हा एवं प्रेसिडेंट सोनी वर्मा ने बुज़ुर्गो के साथ जमकर ठुमके लगाए,कार्यक्रम में बुज़ुर्गो के द्वारा भी गीत एवम कविता सुनाया गया जिसमे से एक ने एहसान मेरे दिल पर तुम्हारा है दोस्तो,ये दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तो गीत सुनाया। इसी के साथ ही लगातार कई घंटे यह मनोरंजन का कार्यक्रम चलता रहा
इस मौके पर सभी बुज़ुर्गो कर्मचारियों एवं आगंतुकों को प्रसाद स्वरूप भोजन भी करवाया गया।
आशा वेलफेयर फाउंडेशन की सचिव ज्योति मेहरोत्रा ने बताया की संस्था के द्वारा समय समय पर बुज़ुर्गो के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित किये जाते है जिसे बुजुर्ग उत्सव कहा जाता है
इस कार्यक्रम में आहार एवं पोषण विशेषज्ञ डॉ अंकिता चौधरी,शीबा,रमेश प्रसाद चौरसिया, सुरेश कुमार चौरसिया,आशी चौरसिया,आकांक्षा चौरसिया,वृद्धाश्रम की केयर टेकर पारुल बाजपेई सहित आश्रम के कई कर्मचारी एवम उनके परिजन मौजूद रहे