योगी सरकार ने सरकारी तौर पर मानी प्रदेश में बेरोज़गारी बढ़ने की बात
लखनऊ : सीएम योगी के सूबे उत्तर प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या में इजाफा हुआ है। राज्य में बेरोजगारों की संख्या तेजी से बढ़ी है। विधानसभा में राज्य के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने आंकड़े पेश किए। विधानसभा में एक सवाल का लिखित जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि 7 फरवरी 2020 तक राज्य में कुल 33.93 लाख लोग बेरोजगार हैं। पिछले साल बेरोजगारों की संख्या 12.5 लाख बढ़ी है। पिछले दो साल में यह संख्या बढ़कर 34 लाख हो गई है। बेरोजगारी का यह आंकड़ा उत्तर प्रदेश के श्रम मंत्रालय के पोर्टल पर भी अपलोड किया गया है। हालांकि मंत्रालय द्वारा इस बात का कोई जिक्र नहीं किया गया है कि बेरोजगारी बढ़ने की असल वजह क्या है।
श्रम विभाग द्वारा संचालित एक ऑनलाइन पोर्टल के मुताबिक 7 फरवरी, 2020 को 33.93 लाख बेरोजगार पंजीकृत थे। 30 जून, 2018 तक यूपी में पंजीकृत शिक्षित बेरोजगारों की संख्या 21.39 लाख थी। पिछले दो वर्षों में राज्य में बेरोजगारों की संख्या में 58.43 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
2011 की जनगणना के अनुसार, लगभग 20 करोड़ निवासियों के साथ यूपी भारत में सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है, जो देश की आबादी का 16 प्रतिशत से अधिक है।सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के आंकड़ों के अनुसार, 2018 की तुलना में 2019 के दौरान यूपी में बेरोजगारी लगभग दोगुनी हो गई है। यूपी में औसत बेरोजगारी पिछले वर्ष के दौरान 9.95 प्रतिशत पर पहुंच गई, जबकि 2018 में यह 5.91 प्रतिशत थी।