हाईकोर्ट ने नानपारा-मैलानी रेल मार्ग पर यथावत ट्रेनें संचालन का दिया आदेश
सुनवाई से पूर्व रेल संचालन बंद करने पर रेल प्रशासन को फटकार, प्रमुख सचिव वन पर लगाया 25 हजार जुर्माना
रिपोर्ट- रमेश चन्द्र गुप्ता
बहराइच: हाईकोर्ट में दायर जनहित याचिकाओ की सुनवाई के दौरान लखनऊ हाईकोर्ट के न्यायाधीश मुनीश्वर नाथ भण्डारी व मनीष कुमार ने सुनवाई से पहले ही नानपारा-मैलानी रेल मार्ग पर रेल संचालन बंद करने पर रेल प्रशासन को फटकार लगाई। साथ ही वन विभाग के प्रमुख सचिव पर 25 हजार रूपये का व्यक्तिगत जुर्माना लगाया। दूसरी ओर हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए सांसद अक्षयवर लाल गोंड ने कहा कि जनता के प्रयासो का ही नतीजा है कि ट्रेनो को यथावत संचालित करने का आदेश हाईकोर्ट ने दिया है।
उल्लेखनीय है कि संरक्षित वन क्षेत्र से होकर गुरजने वाले नानपारा-मैलानी रेल मार्ग पर कई वन्य जीवो के ट्रेन से कटकर व टकराकर मरने के कारण इस रेल मार्ग पर हाईकोर्ट ने रेलवे से वैकल्पिक व्यवस्था कर रेल संचालन पर रोक लगाने का आदेश दिया था। परन्तु रेलवे ने बिना वैकल्पिक व्यवस्था किये इस मार्ग पर ट्रेनो का संचालन बंद कर दिया। बहराइच व पीलीभीत के कुछ समाजसेवियो की ओर से जनहित याचिका योजित कर रेल संचालन बंद न किये जाने की मांग की गई। साथ ही मिहीपुरवा (मोतीपुर) तहसील क्षेत्र के दर्जनो गांवो के लोगो व व्यापारियो ने रेल संचालन बंद न करने की मांग की और बाजारो को बंदरखकर व ट्रेन को रोककर प्रदर्शन किया था।
जनहित याचिकाओ की सुनवाई के दौरान न्यायाधीशो के पूछने पर जनहित याचिका दायर करने वाले अधिवक्ता ने बताया कि इस रेल मार्ग पर इस वर्ष करीब 35 लाख यात्रियों ने यात्रा की है। कोर्ट ने कहा कि मैलानी-नानपारा रूट पर रेल संचालन बंद होने के सम्बन्ध में दायर की गई याचिकाओ की सुनवाई से पूर्व ही रेल विभाग ने किस आधार पर ट्रेन संचालन बंद दिया। कोर्ट ने इसके लिये रेल प्रशासन को फटकार लगाई और ट्रेनो का संचालन यथावत जारी रखने का आदेश दिया। साथ ही वन विभाग के प्रमुख सचिव शैलेंद्र सिंह पर 25 हजार रूपये का व्यक्तिगत जुर्माना लगाया। सुनवाई के दौरान समाजसेवी, जनहित याचिका अपीलकर्ता श्यामा प्रसन्ना सेन उर्फ डॉ0 लाल व आनंद शाह आदि हाईकोर्ट में मौजूद रहे।
भाजपा संासद अक्षयवर लाल गोंड ने न्यायालय के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि नानपारा-मैलानी रेल मार्ग पर ट्रेनो का परिचालन पुनः होने से बड़ी संख्या मे क्षेत्रवासियो को सुविधा होगी और ट्रेनो की बहाली को लेकर आन्दोलित संगठन व लोगो की मेहनत रंग लाई।