प्यार और रिलेशनशिप का कॉम्प्लिकेशन है फिल्म ‘लव आज कल’
इम्तियाज अली की नई रिलीज़ फिल्म 'लव आज कल' प्यार और रिलेशनशिप के उसी कॉम्प्लिकेशंस को दर्शाती है जो प्यार जटिल होता है वह परफेक्ट नहीं होता है। करीब 11 साल पहले दीपिता पादुकोण और सैफ अली खान की फिल्म इम्तिआज अली ने ही पेश की थी जिसका नाम भी लव आज कल थी। अब एक बार फिर से उसी कहानी फॉर्मेंट के साथ इम्तियाज अली ने फिल्म को पेश किया है। आइए जानते हैं फिल्म कैसी है-
फिल्म की कहानी पास्ट और प्रजेंट के साथ चलती है। करियर ओरिएंटेड जोई (सारा अली खान) आज के समय की लड़की है। तो लड़को के साथ रिलेशनशिप केवल टाइम पास के लिए करती है, वह इसमें सीरियस नहीं होना चाहती है। एक रात उसकी मुलाकात बेवकूफ से दिखने वाले वीर (कार्तिक आर्यन) से होती है।मगर जब वीर जोई को यूनिक और स्पेशल समझकर उससे जिस्मानी रिश्ता नहीं बनाता, तो जोई को बहुत ही अजीब लगता है और वह वीर को झिड़क देती है, मगर वीर जोई का पीछा करता हुआ, उस को-वर्क प्लेस तक पहुंच जाता है, जहां से जोई काम करती है। इसी बीच जोई के मालिक रणदीप हुड्डा उसको अपनी प्रेम कहानी सुनाते हैं और प्यार के लिए मनाते हैं। इसके बाद फिल्म पास्ट में चलती है जब नब्बे के दशक में रघु (कार्तिक आर्यन, रणदीप की युवावस्था) उदयपुर में अपने स्कूल में पढ़नेवाली लीना (आरुषि शर्मा) से इस कदर प्यार करता है कि वे दोनों उदयपुर में बदनाम हो जाते हैं। रघु और लीना की प्रेम कहानी का जोई पर ऐसा प्रभाव पड़ता है कि वह वीर की अहमियत को समझने लगती है और उसके प्यार में पड़ जाती है। मगर फिर जोई का करियर और उसका कन्फ्यूजन उनके रिश्ते को अनचाहे मोड़ पर ले जाता है। आगे क्या होता है इसके लिए आपको फिल्म देखनी होगी-
रघु और वीर के किरदार में कार्तिक आर्यन ने अपना बेस्ट देने की कोशिश की है। लेकिन बेस्ट उनके रोल के लिए काफी नहीं है। फिल्म में सारा अली खान काफी खूबसूरत नजर आ रही हैं। लेकिन एक्टिंग की बात करें तो वह इस बार चूकती नजर आई हैं। वह ऐसा लग कुछ सीन्स में वह ओवर एक्टिंग करती नजर आ रही हैं। नए कलाकारों ने फिल्म में बेस्ट एक्टिंग की हैं। ऋषि कपूर वाले किरदार में रणदीप हुड्डा को फिट करना इम्तियाज अली द्वारा किया गया इस फिल्म के लिए बेस्ट निर्णय रहा है।
इम्तियाज अली की प्रेम कहानियों की अलग की फैन फॉलोइंग रही है। उनकी कहानियां फैंस के सीधे दिल को छू जाती हैं। लेकिन लव आज कल बनाने में वह चूक गए हैं। फिल्म में बहुत ही कमजोर निर्देशन देखने को मिला है। कुछ सीन्स को छोड़कर कही भी वो बात फिल्म में नजर नहीं आई कि फैंस कहें कि फिल्म इम्तियाज अली की है। ऐसा लग रहा है कि फिर से नए रूप में निर्देशक ने उसी फिल्म को पेश कर दिया हो।