भाजपा के सोशल मीडिया हीरो तजिंदर बग्गा AAP की महिला उम्मीदवार से हारे
नई दिल्ली: दिल्ली के हरिनगर सीट पर आप की प्रत्याशी राजकुमारी ढिल्लो ने 20131 वोटों से बीजेपी के तेजिंदर पाल सिंह बग्गा को हरा चुकी हैं। राजकुमारी को कुल 56120 वोट मिले हैं। जबिक तेजिंदर पाल सिंह बग्गा को 36478 वोट मिले हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में हरिनगर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदार तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर अजीबो-गरीब बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि 11 फरवरी को चुनाव का रिजल्ट आते ही यहां सर्जिकल स्ट्राइक की जाएगी।
तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने एक्टिविस्ट तपन बोस का एक वीडियो ट्वीट कर कहा था, 'शाहीन बाग समर्थकों द्वारा कल जंतर मंतर से कहा गया कि भारतीय सेना अपने लोगों को मारती है, भारतीय सेना की तुलना पाकिस्तानी सेना से की जा रही है। शाहीन बाग देशद्रोह का अड्डा बन चुका है, 11 तारीख को नतीजे आते सबसे पहले इन अड्डों पर सर्जिकल स्ट्राइक की जाएगी।'
दिल्ली में बिजली, पानी, शिक्षा और विकास को अपना चुनावी मुद्दा बनाने वाली आम आदमी पार्टी मंगलवार सुबह से चल रही मतगणना के रुझानों में बेहद मजबूत स्थिति में दिखाई दे रही है और इसके लगातार तीसरी बार सत्ता में आने के संकेत हैं। वहीं, इस चुनाव में आप की मुख्य प्रतिद्वंद्वी भाजपा दूसरे नंबर पर है और कांग्रेस का दूर-दूर तक कोई नामो-निशान नहीं है।
निर्वाचन आयोग के ताजा आकड़ों के मुताबिक आम आदमी पार्टी (आप) 70 में से 63 सीटों पर, वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सात सीटों पर आगे चल रही है। आप की यह जीत इस लिहाज से भी दिलचस्प है क्योंकि करीब आठ माह पहले हुए लोकसभा चुनाव में आप को यहां करारी शिकस्त मिली थी और दिल्ली की सातों सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी। चुनाव जीतने वालों में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, राघव चड्ढा, आतिशी, गोपाल राय, सत्येन्द्र जैन आदि शामिल हैं।
नए रुझान के अनुसार आप प्रमुख एवं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नयी दिल्ली विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार सुनील कुमार यादव से 17 हजार मतों से आगे चल रहे हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव दिल्ली सहित देशभर में संशोधित नागरिकता कानून, राष्ट्रीय नागरिक पंजी और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के विरोध में जारी प्रदर्शनों के बीच हुआ था। भाजपा के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों ने पार्टी पर ‘विभाजनकारी’ राजनीति करने और राष्ट्रीय राजधानी के शाहीन बाग क्षेत्र में 50 दिन से चले रहे महिलाओं के प्रदर्शन का मुद्दा उठाने को लेकर उस पर मतदाताओं के ध्रुवीकरण का आरोप लगाया था।
चुनाव में एक ओर भाजपा का प्रचार जहां राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर केन्द्रित था, वहीं आप ने अपना प्रचार शिक्षा, स्वास्थ्य और मूलभूत ढांचे पर केन्द्रित रखा था। केजरीवाल की अगुवाई में पिछले चुनाव में आप ने दिल्ली विधानसभा की 70 में से 67 सीटों पर जीत दर्ज की थी और एक प्रकार से भाजपा तथा कांग्रेस का सफाया कर दिया था।