अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से टूटेगी सरकार की नींद: के. के. सिंह
वेतन समझौता न किये जाने के विरोध में बैंक कर्मियों का प्रदर्शन जारी
लखनऊ। यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन्स के बैनर तले आज सायं इंडियन बैंक, आंचलिक कार्यालय पर विभिन्न बैंकों के सैकड़ो बैंककर्मियों ने पिछले तीन वर्षो से लम्बित वेतन समझौता न किये जाने के विरोध में दूसरे चरण में विशाल प्रदर्शन एवं सभा की। सभा को सम्बोधित करते हुये एन.सी.बी.ई. के प्रदेश महामंत्री एवं एस.बी.आई.स्टाफ एसोसियेशन के मण्डल महामंत्री काम0 के.के.सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार तथा भारतीय बैंक संघ दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल के बाद अभी भी अपनी हठधर्मिता पर अड़ा हुआ है वे हमारी मांगे जानबूझ कर लटका रहे हैं अतः मार्च 11 से 13 को हम तीन दिवसीय हड़ताल पर जायेंगे तब भी मांगे पूरी न होने पर 1 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जायेगें तभी सरकार की नींद टूटेगी।
काम0 दिलीप चौहान, महासचिव, आईबाॅक ने बताया कि बड़े ऋणों की स्वीकृत एवं देख-रेख के अभाव में एन.पी.ए. होने के कारण लाभ के एक बड़े भाग को रिजर्व फंड में ट्रांसफर करके बैंकों को घाटे में दिखाया जा रहा है इसी बहाने से बैंककर्मियों की वेतनवृद्धि मे अड़ंगेबाजी की जा रही है। ज्ञातव्य है कि 31 जनवरी एवं 1 फरवरी को दो दिवसीय हड़ताल की जा चुकी है। यू.एफ.बी.यू. के प्रांतीय संयोजक काम॰ वाई.के.अरोड़ा ने कहा कि यह अत्यन्त दुर्भाग्य की बात है कि भारतीय बैंक संघ व भारत सरकार वेतन समझौता, पेन्शन पुर्नरीक्षण आदि मुद्दों पर लगातार टरकाने का रवैया बनाये हुये है।
फोरम के लखनऊ संयोजक अनिल श्रीवास्तव ने बताया कि आज बैंक अधिकारियों एवं कर्मचारियों के एक प्रतिनिधि मंडल ने माननीय राज्यपाल महोदया से मिलकर माननीय प्रधानमंत्री को सम्बोधित एक ज्ञापन सौंपा जिसके द्वारा उन्होंने बैंककर्मियों की जायज मांगों को तत्काल मानने का अनुरोध किया।
प्रदर्शन को काम0 पवन कुमार, एस.डी. मिश्रा, वी.के.सेंगर, वी.के.सिंह, आर.एन.शुक्ला, दीप बाजपेयी, एम.एम.राॅय, एस.के.संगतानी, यू.पी.दुबे, अनिल श्रीवास्तव, डी.पी.वर्मा, राजेश शुक्ला आदि बैंक नेताओं ने भी संबोधित किया। सभा में बड़ी संख्या में महिला बैंककर्मी भी उपस्थित रही।
सभा के अंत में मीडिया प्रभारी अनिल तिवारी ने बताया कि अब अगले चरण में 10 फरवरी- कार्यालयीन कार्यक्रमों का बाॅयकाट, 17 फरवरी- काले बैज पहनना व प्रदर्शन, 20 फरवरी- प्रदर्शन, 24 फरवरी- राज्यपाल एवं स्थानीय सांसद को ज्ञापन, 26 फरवरी- प्रदर्शन, 3 मार्च- कैन्डिल लाइट प्रोटेस्ट आदि प्रदर्शन 11 से 13 मार्च की देशव्यापी हड़ताल के पूर्व किये जायेंगे।