जामिया फायरिंग: प्रियंका का मोदी से सवाल, विकास के साथ खड़े हैं या अराजकता के साथ?
नई दिल्ली: दिल्ली के जामिया नगर में एक युवक ने प्रदर्शन के दौरान फायरिंग की. इस दौरान एक युवक घायल हो गया. वहीं फायरिंग की इस घटना पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है.
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, ''जब बीजेपी सरकार के मंत्री और नेता लोगों को गोली मारने के लिए उकसाएंगे, भड़काऊ भाषण देंगे तब ये सब होना मुमकिन है. प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए कि वे कैसी दिल्ली बनाना चाहते हैं? वे हिंसा के साथ खड़े हैं या अहिंसा के साथ? वे विकास के साथ खड़े हैं या अराजकता के साथ?''
फायरिंग की इस घटना पर कांग्रेस ने दिल्ली पुलिस और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है. कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, इस घृणा के लिए सरकार जिम्मेदार है. जिस तरह का प्रचार दिल्ली चुनाव में चल रहा है, वह वोटों के ध्रुवीकरण के लिए किया जा रहा है. जिस तरह के बयान आ रहे हैं. वह सारी सीमाएं पार कर रहे हैं. ऐसे हालात देखकर महात्मा गांधी की रूह सिसक रही है. गांधी जी का मानना था कि देश का जो गरीब से गरीब व्यक्ति है, वह खुशहाल हो. लेकिन विडंबना है कि जब बजट पेश किया जाता था, जीडीपी के हिसाब से उसे देखा जाता है.
मनीष तिवारी ने कहा, 'जिस घृणा की सोच ने गांधीजी को मारा उसी सोच के लोग आज भारत की सत्ता के ऊपर काबिज है, जैसा दुखद वाकया जामिया में हुआ जहां एक शख्स ने गोली चलाई उसी घृणा की देन है जो वातावरण इस मुल्क में बनाया गया है. दिल्ली में एक संयोजित तरीके से दिल्ली में ध्रुवीकरण की कोशिश की जा रही है.'