बहराइच: सीएए के विरोध में मिला-जुला रहा बाजार बन्दी का असर
मुस्लिम समुदाय ने बंद रखी दुकाने, बहुजन क्रांति मोर्चा ने प्रशासन को सौंपा मांगपत्र
बहराइच: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर बहुजन क्रांति मोर्चा की ओर से भारत बंद आवाहन पर शहर मे मिलीजुली बन्दी देखने को मिली। जहां मुख्य बाजार में मुस्लिम समुदाय की अधिकांश दुकाने बन्द रही तो वहीं अन्य बाजारों में दुकाने खुली रही। बाजारो में भी लोगो का आना-जाना लगा रहा। बहुजन क्रांति मोर्चा की ओर से त्रिमुहानी घाट रोड पर एकत्र होकर शहर की बाजारो में पहंुचने का प्रयास किया परन्तु बन्दी को लेकर पहले से ही पूरी तरह मुस्तैद जिला व पुलिस प्रशासन ने कार्यकर्ताओं को मार्ग मे ही रोक लिया। इस दौरान प्रदर्शन व नारेबाजी कर रहे लोगो ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को अपना मांगपत्र सौंपा।
नागरिकता संशोधन कानून को लागू करने की घोषणा से ही जिले में प्रदर्शन व नारेबाजी जारी रही है। वही इसका विरोध कर रहे कई संगठन इसे किसी भी हालात में लागू नही होने देने चाहते है। इसके विरोध में कई संगठनो द्वारा सीएए के विरोध मे प्रदर्शन कर जुलूस निकाला जाता है और प्रशासन को मांगपत्र सौंपा जाता है। इसी क्रम में बहुजन क्रांति मोर्चा द्वारा जिले में आज बन्दी का आवाहन किया गया था। मोर्चे के आवाहन पर जहां मुख्य बाजारों मे मुस्लिम समुदाय के लोगो ने काफी संख्या में अपनी दुकाने बन्द रखी और सीएए के विरोध में अपना रोष प्रकट किया। वहीं दूसरी ओर घंटाघर समेत अन्य बाजारो में बन्दी मिली-जुली देखने को मिली। जहां मुस्लिम समुदाय के साथ ही अन्य लोग दुकाने खोले रहे।
बाजार बन्दी के घोषणा के चलते मुख्य बाजारोे मे लोगो की आवाजाही कम रही लेकिन कामकाजी लोग अपनी जरूरी कामो व सामानो की खरीदारी करने बाजारो में पहंुचे।
बाजार बन्दी की घोषणा को सफल बनाने के लिये बहुजन क्रांति मोर्चा के कार्यकर्ता त्रिमुहानी घाट रोड पर एकत्र हुए और नारेबाजी व प्रदर्शन कर शहर की बाजारो में पहंुचे का प्रयास किया। लेकिन उनके प्रयासो पर जिला व पुलिस प्रशासन ने पानी फेर दिया। शहर की बाजारो में प्रदर्शनकारियों के घुसने के सभी रास्तो को प्रशासन द्वारा बैरिकेटिंग लगाकर बन्द कर दिया गया था तथा उन्हें किसी भी हालत मंे बाजार तक नही पहंुचने दिया गया। जिसके बाद कार्यकर्ताओं को मार्ग पर प्रदर्शन व नारेबाजी की और मौके पर मौजूद अधिकारियों को मांगपत्र सौंपा।