इंडियन बैंक ने जारी किये तीसरी तिमाही के नतीजे, शुद्ध लाभ में 62% की वृद्धि
चेन्नई: इंडियन बैंक के निदेशक मंडल ने चेन्नई में हुई अपनी बैठक में 2019-20 की तीसरी तिमाही और 31 दिसंबर 2019 को समाप्त नौ महीनों की अवधि के लिए बैलेंस शीट और लाभ एवं हानि खाते को स्वीकृत कर दिया है.
वित्त वर्ष 2020 की तीसरी तिमाही में बैंक के परिचालनगत लाभ की राशि पिछले वर्ष की समतुल्य अवधि के 1147 करोड़ रुपये के मुकाबले 67% की जबरदस्त वृद्धि के साथ 1919 करोड़ रुपये पर दर्ज हुयी. 31 दिसंबर 2019 को समाप्त नौ महीनों (वित्त वर्ष 2020 की तीसरी तिमाही) के लिए परिचालनगत लाभ में 32% की वृद्धि हुयी जिसकी राशि 31 दिसंबर, 2018 को समाप्त नौ महीने की अवधि के 3635 करोड़ रुपये के मुकाबले 4795 करोड़ रुपये थी.
वित्त वर्ष 2020 की तीसरी तिमाही के लिए शुद्ध लाभ का आंकडा 247 करोड़ रुपये पर दर्ज हुआ जो वित्त वर्ष 2019 की तीसरी तिमाही के 152 करोड़ रुपये के मुकाबले 62% ज्यादा है (आइटी रिफंड पर ब्याज सहित). इस जबरदस्त वृद्धि के पीछे अन्य आय में 133% की शानदार वृद्धि का अंशदान है. 31 दिसंबर 2019 को समाप्त नौ महीनों की अवधि में शुद्ध लाभ में 90% की वृद्धि हुयी और इसकी राशि 31 दिसंबर 2018 को समाप्त नौ महीनों के लिए दर्ज 512 करोड़ रुपये के मुकाबले 971 करोड़ रुपये पर दर्ज हुयी.
31 दिसंबर, 2019 को समाप्त तिमाही में बैंक की कुल आय 31 दिसंबर, 2018 को समाप्त तिमाही के 5269 करोड़ रुपये के मुकाबले 23% वृद्धि दर्शाते हुए 6506 करोड़ रुपये पर दर्ज हुयी. वही, 31 दिसंबर, 2019 को समाप्त नौ महीनों के लिए कुल आय का आंकडा 31 दिसंबर, 2018 को दर्ज 15530 करोड़ रुपये के मुकाबले 18383 करोड़ रुपये पर दर्ज हुआ.
वित्त वर्ष 2020 की तीसरी तिमाही में शुद्ध ब्याज आय 14% वृद्धि के साथ वित्त वर्ष 2019 की तीसरी तिमाही के 1717 करोड़ रुपये से ऊपर चढ़कर 1955 करोड़ रुपये पर पहुंच गयी. 31 दिसंबर, 2019 को समाप्त नौ महीनों के लिए शुद्ध ब्याज आय का आंकडा 31 दिसंबर, 2018 को समाप्त समकक्ष अवधि के 5255 करोड़ रुपये पर 7% वृद्धि दर्ज करते हुए 5604 करोड़ रुपये पर पहुँच गया.
वित्त वर्ष 2020 की तीसरी तिमाही के लिए शुद्ध राजस्व (शुद्ध ब्याज आय + अन्य आय) में 38% की वृद्धि हुयी जिसकी राशि पिछले वर्ष की समकक्ष तिमाही के 2162 करोड़ रुपये की तुलना में 2994 करोड़ रुपये पर पहुँच गयी. वित्त वर्ष 2020 के पहले नौ महीनों की अवधि में शुद्ध राजस्व की राशि पिछले साल के 6568 करोड़ रुपये के मुकाबले इस साल 8074 करोड़ रुपये पर दर्ज हुयी और इसमें 23% का उछाल आया.