डेफएक्सपो में रक्षा और सुरक्षा के डिजिटल बदलाव पर फ़ोकस करेगा थालेस
थालेस अपने डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन क्षेत्र में टारगेटिंग एंड रिकॉनइसेंस पॉड TALIOS को प्रदर्शित करेगा, जो भविष्य में एम्बेडेड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ सिंगल पॉड में टार्गेटिंग और टैक्टिकल रिकॉनइसेंस क्षमताओं को साथ लाती है। साथ ही थालेस Pathmaster का प्रदर्शन करेगी, यह पहला पूरी तरह से कॉन्फ़िगर किया गया मानव रहित माइन कॉंटेरमेजर्स सिस्टम है।
थल के लिए थालेस की प्रदर्शनी में पूरी तरह से एकीकृत सोल्जर सिस्टम क्षमता, संचार उपकरणों के परिवार के बीच SYNAPS सॉफ्टवेयर परिभाषित रेडियो, STARStreak और हल्के मल्टी-रोल मिसाइल जैसे वायु रक्षा प्रणालियों को मदद करने वाले लड़ाकू सिस्टम शामिल होंगे।
इसके सुरक्षा के क्षेत्र में, थालेस ट्रैकिंग और रिकॉगनिशन के लिए अपने एक वीडियो-आधारित बायोमेट्रिक फेशियल रिकग्निशन सिस्टम लाइव फेस आइडेंटिफिकेशन सिस्टम प्रदर्शित करेगा। कंपनी Eagleshield भी पेश करेगी, जो एक मल्टी-सेंसर इंटीग्रेटेड ड्रोन काउंटरमेशर्स सॉल्यूशन है जो 7 किमी तक की रेंज में कम ऊंचाई पर उड़ान भरने वाले ड्रोन का पता लगा सकता है, पहचान सकता है, वर्गीकृत कर सकता है और बेअसर कर सकता है।
एयरो और नेवल के लिए, थालेस एंटी-सबमरीन युद्ध समाधान जैसे कि Captas 1 और एयरो और नेवल कनेक्टिविटी और पहचान समाधान जैसे Nextwave, इंट्रोगेटर फ्रेंड फो TSB 2510 आदि का प्रदर्शन करेंगे।
सभी क्षेत्रों में ऐसी अद्वितीय डिजिटली संचालित तकनीकों के प्रदर्शन के साथ, थालेस न केवल मेक इन इंडिया के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराएगा और भारत से निर्यात करेगा, बल्कि भारतीय सशस्त्र बलों के विकास और आधुनिकीकरण की दिशा में अपनी आगामी योजनाओं का प्रदर्शन भी करेगा।
भारत में थालेस के वाइस प्रेसिडेंट एवं कंट्री डायरेक्टर इमेनुअल डी रोकेफेयइल ने कहा, " हम डेफएक्सपो इंडिया 2020 में अपनी भागीदारी को लेकर काफी उत्साहित हैं क्योंकि यह हमें उन प्रौद्योगिकियों में हमारी अग्रिणी स्थिति को प्रदर्शित करने में मदद करता है जो इस वर्ष प्रदर्शनी की थीम "डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन ऑफ डिफेंस" के अनुरूप है। हमारी विश्वसनीय प्रौद्योगिकियां भारत सहित दुनिया भर में सशस्त्र बलों और प्राधिकारियों को सामरिक श्रेष्ठता तैयार करने, हासिल करने और बनाए रखने और राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद कर रही हैं। भारत के साथ छह दशक से अधिक समय के दौरान, हम भारत में अपने दो इंजीनियरिंग सक्षमता केंद्रों और हमारे स्थानीय भागीदारी के माध्यम से विशेष रूप से रोजगार सृजन और कौशल विकास में एक प्रमुख भूमिका निभाने के लिए तत्पर हैं।"