निर्भया के दोषियों ने फिर चला नया दांव
नई दिल्ली: निर्भया के दोषियों ने फांसी से बचने के लिए फिर से नया दांव चला है। दोषियों की ओर से पटियाला हाउस कोर्ट मे एक याचिका दाखिल की गई है जिसमें दोषी अक्षय, पवन और विनय ने आरोप लगाया गया है कि तिहाड़ जेल प्रशासन ने अभी तक उन्हें दस्तावेज मुहैया नहीं कराए हैं जिससे क्यूरेटिव पिटीशन दायर करने और राष्ट्रपति के पास दया याचिका भेजने में देरी हो रही है।
वकील एपी सिंह ने याचिका में कहा है कि पवन और अक्षय को सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल करनी है। पवन, अक्षय और विनय दया याचिका भी दाखिल करना चाहते हैं, लेकिन दस्तावेज न मिलने की वजह से वो याचिका दाखिल नहीं कर पा रहे हैं।
निर्भया के चारों दोषियों के लिए नया डेथ वॉरंट जारी हुआ है। उन्हें एक फरवरी की सुबह 6 बजे फांसी दी जानी है। इनमें से दोषी मुकेश की क्यूरेटिव पिटीशन और राष्ट्रपति को भेजी गई। दया याचिका पहले ही खारिज हो चुकी है। अब बाकी दोषियों के पास क्यूरेटिव पिटीशन और दया याचिका भेजने का विकल्प बचा है। बता दें कि तिहाड़ जेल के अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं मिली है कि दोषी फांसी की सजा के पहले अपने परिवार के किस सदस्य से मिलने चाहते हैं।
वहीं, गुरुवार को निर्भया के दोषियों का डेथ वारंट जारी करने वाले जज का सुप्रीम कोर्ट रजिस्टरी में ट्रांसफर हो गया। डेथ वारंट जारी करने वाले अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सतीश कुमार अरोड़ा को सुप्रीम कोर्ट में अतिरिक्त रजिस्ट्रार के पद पर प्रतिनियुक्ति पर एक साल के लिए भेजा गया है। इससे पहले वह इस मामले से जुड़ी अर्जियों और स्पेशल सेल के मामलों की सुनवाई कर रहे थे।