एचडीएफसी बैंक का तिमाही मुनाफा 33% बढ़ा
लखनऊ: एचडीएफसी बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने शनिवार, 18 जनवरी, 2020 को मुंबई में आयोजित अपनी मीटिंग में 31 दिसंबर, 2019 को समाप्त हुई तिमाही एवं नौ महीनों के लिए बैंक के परिणामों (इंडियन जीएएपी) को अपनी स्वीकृति दे दी। ये खाते अभी बैंक के वैधानिक ऑडिटर्स द्वारा ‘सीमित समीक्षा’ के अधीन हैं।
एचडीएफसी बैंक को अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 7,416.5 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ। यह 2018 की दिसंबर तिमाही के प्रॉफिट (5,585.9 करोड़ रुपए) के मुकाबले 32.8% ज्यादा है। बैंक की आय 30,811.27 करोड़ रुपए से बढ़कर 36,039 करोड़ रुपए पहुंच गई।
लाभ एवं हानि खाता: 31 दिसंबर, 2019 को समाप्त हुई तिमाही के लिए 31 दिसंबर, 2019 को समाप्त हुई तिमाही के लिए बैंक का कुल राजस्व (कुल ब्याज आय प्लस अन्य आय) पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले 19.1 प्रतिषत वृद्धि के साथ 20,842॰2 करोड़ रु. हो गया।
31 दिसंबर, 2019 को समाप्त हुई तिमाही के लिए कुल ब्याज आय (अर्जित ब्याज में से खर्च किया गया ब्याज निकालकर) 19.9 प्रतिषत बढ़कर 14,172.9 करोड़ रु. हो गई, जो 31 दिसंबर, 2018 को समाप्त हुई तिमाही के लिए 12,576.8 करोड़ रु. थी तथा जमा में 25.2 प्रतिषत की वृद्धि हुई। इस तिमाही के लिए मुख्य कुल ब्याज मार्जिन 4.2 प्रतिषत पर स्थिर रहा।
नेट इंटरेस्ट मार्जिन 4.2% पर स्थिर, ब्याज से आय बढ़कर 14,172.9 करोड़ रुपए रही। 2018 की दिसंबर तिमाही में ब्याज से 12,576.8 करोड़ रुपए की आय हुई थी। अन्य आय 4,921.01 करोड़ रुपए से बढ़कर 6,669.3 करोड़ रुपए पहुंच गई। बैंक के एडवांस की ग्रोथ 19.9% और डिपॉजिट की 25.2% रही। नेट इंटरेस्ट मार्जिन 4.2% पर स्थिर रहा।
एनपीए के लिए 3043.56 करोड़ रुपए की प्रोविजनिंग, दिसंबर तिमाही में ग्रॉस एनपीए 1.38% से बढ़कर 1.42% और नेट एनपीए 0.42% से बढ़कर 0.48% हो गया। प्रोविजन की कुल राशि 2,211.53 करोड़ रुपए के मुकाबले 3,043.56 करोड़ रुपए पहुंच गई। इसमें से 3,043.56 करोड़ रुपए एनपीए की प्रोविजनिंग है।
31 दिसंबर, 2019 को समाप्त हुई तिमाही के लिए ऑपरेटिंग खर्च 7896.8 करोड़ रु. थे, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 6719.3 करोड़ रु. से 17.5 प्रतिषत ज्यादा थे। तिमाही के लिए लागत व आय का अनुपात 37.9 प्रतिषत था, जो 31 दिसंबर, 2018 को समाप्त हुई तिमाही के लिए 38.4 प्रतिषत था।
प्रि-प्रोविज़न ऑपरेटिंग प्रॉफिट (पीपीओपी) 12945.4 करोड़ रु. था, जो पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले 20.1 प्रतिषत बढ़ा।