पूरे इराक़ से अमरीकी सैनिकों को बाहर जाना ही होगाः अब्दुल करीम
बग़दाद: इराक़ की सशस्त्र सेना के प्रवक्ता ने कहा है कि जनरल क़ासिम सुलैमानी और अबू मेहदी अलमुहंदिस की शहादत की घटना ने हमें इराक़ से अमरीकी सैनिकों को निकाल बाहर करने के लिए अधिक प्रेरित किया है।
इराक़ की आधिकारित समाचार एजेन्सी "वाअ" ने अब्दुल करीम ख़लफ़ के हवाले से बताया है कि इराक़ से अमरीकी सैनिकों को निकालने के लिए हम संकल्प कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय नियमों की अवहेलना करते हुए अमरीका ने इराक़ पर हमला किया था। उन्होंने कहा कि जनरल क़ासिम सुलैमानी और अबू मेहदी अलमुहंदिस की शहादत की घटना के बाद इराक़ियों के भीतर अपने देश से अमरीकी सैनिकों को बाहर करने का संकल्प अधिक मज़बूत हुआ है।
अब्दुल करीम का कहना है कि कुर्दिस्तान सहित हम पूरे इराक़ से अमरीकी सैनिकों को बाहर करने का दृढ़ संकल्प कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि इराक़ में विदेशी सैनिकों की संख्या छह हज़ार से कम है जिसमें पांच हज़ार अमरीकी सैनिक हैं। उन्होंने नेटो के संदर्भ में कहा कि नेटो को इराक़ के भीतर किसी भी प्रकार की छावनी बनाने का कोई अधिकार नहीं है।
उल्लेखनीय है कि आईआरजीसी की क़ुद्स ब्रिगेड के कमांडर जनरल क़ासिम सुलैमानी और इराक़ की हश्दुश्शाबी के उप प्रमुख अबू मेहदी मोहंदिस पर बग़दाद में अमरीकी हमले के बाद इराक़ की संसद ने सर्व संमति से बिन पास किया जिसके अनुसार इराक़ से अमरीकी सैनिकों को बाहर जाना ही होगा।