Mumbai oneday: ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को 10 विकेट से धोया
मुंबई: विस्फोटक डेविड वॉर्नर और कप्तान आरोन फिंच के शतकों से ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच एकतरफा बनाकर मंगलवार को 74 गेंद शेष रहते हुए रिकार्ड दस विकेट से जीत दर्ज की।
भारत शिखर धवन (91 गेंदों पर 74 रन) और केएल राहुल (61 गेंदों पर 47) के बीच दूसरे विकेट के लिये 136 गेंदों पर 121 रन की साझेदारी का फायदा नहीं उठा पाया।
पहले बल्लेबाजी का न्योता पाने वाली भारतीय टीम मध्यक्रम लड़खड़ाने के कारण 49.1 ओवर में 255 रन पर आउट हो गयी। इसके बाद वॉर्नर और फिंच ने भारत के मजबूत आक्रमण के खिलाफ शुरू से ही आक्रामक तेवर अपनाये जिससे ऑस्ट्रेलिया ने 37.4 ओवर में बिना किसी नुकसान के 258 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की। वॉर्नर ने 112 गेंदों पर नाबाद 128 रन जबकि फिंच ने 114 गेंदों पर नाबाद 110 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया को तीन मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त दिलायी।
यह पांचवां अवसर है जबकि भारत ने वनडे में कोई मैच दस विकेट से गंवाया। इससे पहले आखिरी बार 2005 में दक्षिण अफ्रीका ने कोलकाता में उसे दस विकेट से हराया था।
ऑस्ट्रेलिया ने भारत को पहली बार दस विकेट से शिकस्त दी। वॉर्नर और फिंच की भागीदारी वनडे में भारत के खिलाफ पहले विकेट के लिये और भारत में किसी भी विकेट के लिये सबसे बड़ी साझेदारी है। भारत को विकेट के पीछे ऋषभ पंत की कमी भी खली जो बल्लेबाजी के दौरान सिर पर चोट लगने के कारण क्षेत्ररक्षण के लिये नहीं उतरे। उनकी जगह केएल राहुल ने विकेटकीपिंग की।
वॉर्नर और फिंच ने सहजता से रन बटोरकर जसप्रीत बुमराह के ‘खौफ’ को दूर किया और फिर तेज गेंदबाज हो या स्पिनर किसी पर रहम नहीं दिखाया। शुरू में फिंच हावी होकर खेले लेकिन जब वॉर्नर ने शॉट लगाने शुरू किये तो फिर किसी भी भारतीय गेंदबाज की उनके आगे एक नहीं चली। इस बीच वॉर्नर ने वनडे में 5000 रन पूरे किये और फिंच से पहले 50 रन पर पहुंचे। उन्होंने शार्दुल ठाकुर और रविंद्र जडेजा पर छक्के लगाये जबकि फिंच ने चाइनामैन कुलदीप यादव की गेंद आगे बढ़कर छह रन के लिये भेजी जिससे विराट कोहली परेशान हो गये। ऑस्ट्रेलिया ने पहले दस ओवर में 84 रन बनाये जो पिछले पांच वर्षों में भारत में पावरप्ले का सर्वाधिक स्कोर भी है।
वॉर्नर जब 90 रन पर थे तो उन्हें पगबाधा आउट दिया गया लेकिन बल्लेबाज के डीआरएस लेने के बाद रीप्ले से पता चला कि गेंद बल्ले से लगी थी। वॉर्नर ने इसका फायदा उठाकर बुमराह की गेंद पर चौके से 88 गेंदों पर अपना 18वां वनडे शतक पूरा किया। फिंच जडेजा की गेंद पर चौका लगाकर 108 गेंदों पर इस मुकाम पर पहुंचे जो इस प्रारूप में उनका 16वां शतक है। वॉर्नर ने मोहम्मद शमी पर विजयी चौका लगाया। उनकी पारी में 17 चौके और तीन छक्के शामिल हैं जबकि फिंच ने 13 चौके और दो छक्के लगाये।
इससे पहले भारत ने शुरू में ही रोहित शर्मा (10) का विकेट गंवा दिया जिन्हें मिशेल स्टार्क (56 रन देकर तीन विकेट) की गेंद पर वॉर्नर ने मिड आफ पर कैच किया। राहुल इसके बाद धवन का साथ देने के लिये आये और इन दोनों ने प्रवाहमय बल्लेबाजी की। धवन ने शुरू में सतर्कता बरतने के बाद अपने शॉट खेलने शुरू किये। उन्होंने 20वें ओवर में 66 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया।
अर्धशतक पूरा करने के तुरंत बाद धवन को जीवनदान मिला जब एशटन एगर (56 रन पर एक) की गेंद पर वॉर्नर ने मिडविकेट पर उनका कैच छोड़ा। राहुल जब अर्धशतक से तीन रन दूर थे तब उन्होंने एगर की गेंद पर कवर पर स्टीव स्मिथ को आसान कैच दिया। पैट कमिन्स (44 रन देकर दो) के अगले ओवर में एगर ने धवन का कैच लिया। राहुल ने अपनी 61 गेंद की पारी में चार चौके जबकि धवन ने नौ चौके और एक छक्का लगाया। धवन और राहुल को टीम में शामिल करने के लिये कोहली (16) चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरे लेकिन वह लंबी पारी नहीं खेल पाये और स्पिनर एडम जंपा (53 रन देकर एक) ने अपनी ही गेंद पर उनका कैच लेकर ऑस्ट्रेलिया को बड़ी सफलता दिलायी।
स्टार्क ने इसके बाद श्रेयस अय्यर को विकेटकीपर एलेक्स कैरी के हाथों कैच कराया। पंत (28) और जडेजा (25) ने छठे विकेट के लिये 49 रन जोड़े लेकिन ये दोनों लगातार ओवरों में पवेलियन लौट गये। शार्दुल ठाकुर (13), कुलदीप यादव (17) और मोहम्मद शमी (10) ने दोहरे अंक में पहुंचकर भारतीय स्कोर 250 रन के पार पहुंचाया। इन दोनों टीमों के बीच दूसरा एकदिवसीय मैच शुक्रवार को राजकोट में खेला जाएगा।