नई दिल्ली: जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) हिंसा मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस का बचाव करते हुए कहा है कि जब ऊपर से हिंसा नहीं रोकने का आदेश मिलता है तो वो बेचारे क्या करें। उन्होंने कहा कि जो कुछ घटनाक्रम चल रहा है तो इसमें दिल्ली पुलिस का दोष नहीं है। आप दिल्ली पुलिस के सिपाहियों को बोलेंगे कि उधर मारपीट होने दो अंदर मत जाना। वो अंदर जाएगा तो उसे तो सस्पेंड कर देंगे। आपको बता दें कि जेएनयू में हुई हिंसा के खिलाफ गुरुवार को छात्रों का मार्च एचआरडी मंत्रालय की ओर बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि अगर उसको ऊपर से आदेश आता है कि हिंसा रोको तो वो अपनी जान की बाजी लगाकर उसे रोकते है। अगर उन्हें आदेश आता है हिंसा होने दो और होने के बाद उन्हें निकलने दो तो वो हिंसा के बाद अंदर जाते हैं। आज अगर दिल्ली पुलिस को आदेश दो कि शहर की कानून व्यवस्था को ठीक करना है चोरियां और बलात्कार नहीं होने चाहिए। ऊपर से आदेश आता है कि हिंसा रोकनी नहीं है और कानून व्यवस्था ठीक नहीं करनी है तो वो बेचारे क्या करेंगे।

केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि भाजपा ने दिल्ली को ‘‘भारत की कचरा राजधानी’’ में बदल दिया है और दावा किया कि गाजीपुर लैंडफिल में कचरे के ढेर की ऊंचाई जल्द ही ताज महल की ऊंचाई को भी पार कर जाएगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली को भाजपा का ‘‘सबसे बड़ा उपहार’’ गाजीपुर लैंडफिल है, जहां कचरे का ढेर जमा होता है और जल्द ही यह ताज महल की ऊंचाई को भी पार कर लेगा।

केजरीवाल ने दावा किया कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार अपने घोषणा पत्र में सभी वादे तो पूरे किये ही बल्कि जो वादे नहीं किये थे वह भी पूरे किये इसीलिए आज लोग आप सरकार को सौ में से 200 नंबर दे रहे हैं| केजरीवाल भाजपा के पांच गुना के वादे पर भी वार करते हुए पूछा क्या वह दिल्ली में एक हज़ार यूनिट बिजली फ्री देंगे या एक लाख लीटर पानी फ्री देंगे|