रूहानी की अर्दोग़ान से टेलीफोनिक बातचीत, एक आवाज़ होने की कही बात
तेहरान: इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने जनरल क़ासिम सुलैमानी को शहीद करने की अमरीकी आतंकी कार्यवाही को बहुत बड़ी ग़लती क़रार दिया और बल दिया कि अगर तमाम देश अमरीकी हमलों पर एक आवाज़ न हुए तो यह क्षेत्र के लिए बहुत ही ख़तरनाक होगा।
राष्ट्रपति रूहानी ने शनिवार की शाम अपने तुर्क समकक्ष रजब तैयब अर्दोग़ान से टेलीफ़ोनी वार्ता में कहा कि ईरान कभी भी क्षेत्र में तनाव शुरु करने वाला नहीं रहा है। उनका कहना था कि हमलों पर क्षेत्रीय देशों की चुप्पी, उसको और अधिक दुस्साहस बना देगी।
उन्होंने ईरानी सरकार और जनता से सहृदयता व्यक्त करने पर तुर्क राष्ट्रपति की सराहना की और कहा कि शहीद जनरल क़ासिम सुलैमानी ने क्षेत्र में आतंकवाद के विरुद्ध युद्ध में अद्वितीय भूमिका अदा की है।
राष्ट्रपति रूहानी ने यह बयान करते हुए कि ईरान की जनता अमरीका की आतंकी कार्यवाहियों से बहुत ग़ुस्से में है, कहा कि अमरीका ने इराक़ की संप्रभुता का उल्लंघन करते हुए आतंकी कार्यवाही की है।
राष्ट्रपति रूहानी ने बल दिया कि यदि ईरान, अमरीकी अपराधों पर ख़ामोश रहा तो वाशिंग्टन क्षेत्र के दूसरे देशों में ऐसे ही अपराध करेगा।
इस टेलीफ़ोनी वार्ता में तुर्क राष्ट्रपति रजब तैयब अर्दोग़ान ने वरिष्ठ नेता, ईरानी सरकार और जनता को सांत्वना देते हुए कहा कि विदेशी हस्तक्षेप और क्षेत्र की झड़पें, शांति और स्थिरता के मार्ग में सबसे बड़ी रुकावटें हैं।
तुर्क राष्ट्रपति ने क्षेत्र में शांति और अस्थिरता की स्थापना की आवश्यकता की ओर संकेत करते हुए बल दिया कि इस बात की कदापि अनुमति नहीं दी जानी चाहिए कि इस प्रकार की कार्यवाहियां क्षेत्र की शांति और स्थिरता को ख़तरे में डाल दें।