यूपी: अश्लील वीडियो विवाद DGP ने 15 दिनों के भीतर दिए जांच के दिए निर्देश
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने जनपद गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) के पुलिस एएसपी वैभव कृष्ण के अश्लील वीडियो वायरल होने के मामले पर कहा है कि मेरठ आईजी रेंज इस ममाले की जांच कर रही है। लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए ओपी सिंह ने कहा कि एसएएसपी नोएडा से पूछा जाएगा कि उन्होंने गोपनीय दस्तावेज क्यों वायरल किए। यूपी के डीजीपी ने कहा है कि एएसपी वैभव कृष्ण द्वारा गोपनीय दस्तावेज वायरल करना भी गैरकानूनी है।
डीजीपी ओपी सिंह ने लखनऊ में कहा, वीडियो क्लिप वायरल हुआ है। जिसके संबंध में एसएसपी नोएडा ने केस दर्ज कराया है। एसएसपी नोएडा ने गोपनीय दस्तावेज भेजे थे। जब हम लोगों को संज्ञान में आया तो ,निष्पक्षता के आधार पर केस हापुड़ ट्रांसफर कर दिया। एसपी हापुड़ इस मामले की जांच कर रहे हैं। आईजी मेरठ जोन इस मामले को नजदीकी से देखेंगे।
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि एएससपी नोएडा से भी इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा गया है कि आखिर गोपनीय दस्तावेज वायरल क्यों किए गए। डीजीपी ने कहा, 'गोपनीय दस्तावेज को वायरल करना गैरकानूनी है। गोपनीय दस्तावेज के साथ ऑडियो क्लिप भी था।
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि सरकार के गोपनीय दस्तावेज वायरल करना गैरकानूनी है। इसलिए हमनें गोपनीय दस्तावेज वायरल करने को लेकर एएसपी वैभव कृष्ण से स्पष्टीकरण मांगा है। यूपी डीजीपी ओपी सिंह आज (3 जनवरी 2020) को प्रेस कॉन्फ्रेंस करत हुए यह बात कही है।
एसएसपी वैभव कृष्ण के तीन कथित फर्जी अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने वाले अपराधियों के खिलाफ एसएसपी ने देर रात मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस घटना की रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
नोएडा के पुलिस एएसपी वैभव कृष्ण ने अपना ‘फर्जी वीडियो’ सोशल मीडिया पर वायरल होने के मामले में थाना सेक्टर 20 में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) गौतम बुद्ध नगर वैभव कृष्ण ने एक प्रेस वार्ता में कहा था कि कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर एक ‘‘ड्राफ्टेड वीडियो’’ जारी किया है जिसमें उनकी तस्वीर के साथ एक महिला की आपत्तिजनक आवाज आ रही है। उन्होंने बताया कि इस मामले में उन्होंने थाना सेक्टर 20 में अज्ञात लोगों के खिलाफ आईटी एक्ट और विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कराया है।
एसएसपी ने कहा कि उन्होंने आईजी जोन से निवेदन किया है कि उक्त मामले की जांच जनपद गौतम बुद्ध नगर के अलावा किसी अन्य जनपद की पुलिस से कराई जाए। वैभव कृष्ण ने कहा था कि विगत एक साल के अपने कार्यकाल में उन्होंने संगठित अपराध और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।
उन्होंने बताया कि एक माह पूर्व उनके द्वारा उत्तर प्रदेश शासन को एक अति संवेदनशील रिपोर्ट भेजी गई है, जिसमें एक संगठित गिरोह के बारे में अवगत कराया गया है। ये लोग जनपद में गौतम बुद्ध नगर और उत्तर प्रदेश के अन्य जनपदों में एक संगठित गिरोह बनाकर ठेके दिलवाने, तबादला कराने तथा अपराधिक कृत्य कराने का गिरोह चला रहे हैं।
एसएसपी ने कहा कि उन्हें आशंका है कि इसी गैंग से संबंधित लोगों ने उनकी छवि खराब करने के लिए इस तरह का ‘‘ड्राफ्टेड वीडियो’’ बनाया है।