पाकिस्तान को जवाब देने के लिए बिरयानी और आम का खेल बंद करना होगा
कांग्रेस का पीएम मोदी के बयान पर पलटवार
नई दिल्ली: कर्नाटक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों पर कांग्रेस की चुप्पी वाले बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया है। कांग्रेस ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगर पाकिस्तान को जवाब देना चाहते हैं तो पाकिस्तान के साथ बिरयानी और आम का खेल बंद कर दें।
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक के दो दिवसीय दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने तुमकुर में श्री सिद्धगंगा मठ से कांग्रेस पर नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का विरोध करने पर जमकर निशाना साधा।
कांग्रेस और जद (एस) के नेताओं ने सिलसिलेवार ट्वीट में विभिन्न क्षेत्रों में मोदी की कथित विफलता के लिए उनपर निशाना साधा। सिद्धरमैया ने ट्वीट किया, ‘‘ आप तब कर्नाटक नहीं आए जब यहां बाढ़ का कहर था, आप तब कर्नाटक नहीं आए जब किसान मदद की गुहार लगा रहे थे, लेकिन जब आपको अपना राजनीतिक प्रचार करना है तो अचानक आपको कर्नाटक के मासूम लोग याद आ गए। वाह मोदी वाह।’’
कांग्रेस नेता ने एक अन्य ट्वीट में दावा किया कि कर्नाटक केन्द्र के कोष के लिए तरसता रहा क्योंकि बाढ़ से निपटने के लिये पर्याप्त वित्तीय सहायता नहीं मिली, जीएसटी की वजह से हुए नुकसान की भरपाई नहीं की गई और अनुदान सहायता अंतरण में भी देरी हुई। उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे लोगों को मूर्ख बनाने से पहले कर्नाटक के लोगों को यह बताएं कि उनको उनका बकाया कब मिलेगा।’’ उन्होंने मोदी से यह भी पूछा कि आखिर कर्नाटक के 25 सांसदों ने अपना इंजन क्यों बंद कर लिया।
सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘ भाजपा के 25 सांसद होने और राज्य में भाजपा की सरकार होने के बाद उन्हें (विकास के) डबल इंजन की उम्मीद थी। लेकिन भाजपा के सभी प्रतिनिधियों ने अपना इंजन बंद कर दिया है। वे आपसे डरे हुए क्यों हैं?’’ कुमारस्वामी भी केन्द्र की आलोचना करने में पीछे नहीं रहे। समाचार पत्रों की खबरों का हवाला देकर कुमारस्वामी ने कहा कि कर्नाटक का खजाना खाली हो गया है, आर्थिक स्थिति खस्ता हो गई है और राजस्व भी कम हुआ है।
कुमारस्वामी ने आरोप लगाया, ‘‘ इसका (खराब आर्थिक स्थिति) क्या कारण है? केन्द्र की खराब आर्थिक नीतियां। देश की जीडीपी और विकास को नीचे लाने के बाद, गलत नीतियों से भी राज्य प्रभावित हुआ है।’’ खबरों का हवाला देकर कुमारस्वामी ने कहा कि केन्द्र ने राज्य के राजस्व का हिस्सा देने से भी मना कर दिया है। कुमारस्वामी ने ट्वीट किया, ‘‘ केन्द्र से राज्य का करीब 5.44 प्रतिशत हिस्सा अब भी आना बाकी है। केन्द्र राज्य के प्रति सौतेला व्यवहार कर रहा है।’’