आधुनिक शिक्षा देने के साथ-साथ बच्चों को संस्कारी बनाना जरूरी: आजम खां
लखनऊ: प्रदेश के नगर विकास एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो0 आजम खां ने इस बात पर जोर दिया है कि बच्चों को आधुनिक शिक्षा देने के साथ-साथ उन्हें तमीज़दार, तहज़ीबयाफ्ता और संस्कारी बनाना जरूरी हैं उन्होंने कहा कि तहजी़ब और संस्कारों से ही बच्चे आदर्श नागरिक बन सकते हैं और देश के विकास में अपना योगदान देने में समर्थ हो सकते हैं। श्री आजम खां आज यहां सुरेन्द्र नगर (इस्माइलगंज) स्थित नगर निगम डिग्री कालेज के वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।
बच्चों को सम्बोधित करते हुए श्री आजम खां ने कहा कि कोई भी मज़हब और भाषा भेद-भाव और नफरत की सीख नहीं देता है। अल्लामा इकबाल की पंक्तियां, ‘‘मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना, हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्ताँ हमारा’’ को उद्धृत करते हुये उन्होंने कहा कि मज़हब की बुनियाद पर माहौल खराब करने वालों से हमेशा सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि मज़हबी अलगाव से नहीं, बल्कि मज़हबी जुड़ाव से ही हमारा देश तरक्की और खुशहाली के रास्ते पर तेज गति से आगे बढ़कर दुनिया का एक शक्तिशाली राष्ट्र बन सकता है।
डिग्री काॅलेज की छात्र-छात्राओं द्वारा उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल किये जाने पर अपनी खुशी ज़ाहिर करते हुये उन्होंने कहा कि उनकी ये उपलब्धियां सभी के लिये अनुकरणीय हैं। उन्होंने काॅलेज के अध्यपाक-अध्यापिकाओं की भी उनकी कड़ी मेहनत के लिये प्रशंसा की। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे इस काॅलेज में आॅडीटोरियम व नये कक्षा-कक्षों के निर्माण तथा इससे सटे हुये तालाब का सौंदर्यीकरण के लिये हर संभव सहयोग दिया जायेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये लखनऊ के मेयर डा0 दिनेश शर्मा ने भी कालेज के शैक्षणिक वातावरण की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सहयोग और सहभागिता के बिना प्रगति संभव नहीं है।
इस अवसर पर नगर विकास मंत्री तथा मेयर ने काॅलेज के मेधावी छात्र-छात्राओं एवं अध्यापक-अध्यापिकाओं को सम्मानित किया। बच्चों द्वारा मनमोहक संास्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये।