तमिलनाडु: नागरिकता क़ानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस में झड़प
तमिलनाडु: नागरिकता क़ानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस में झड़प
नई दिल्ली: संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ देश में अभी भी कई जगह विरोध प्रदर्शन जारी है। जहां तमिलनाडु के मदुराई में विरोध प्रदर्शन किया गया, वहीं, महिला कांग्रेस समर्थकों ने रंगोली बनाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस और कांग्रेस समर्थकों के बीच झड़प भी हुई।
अखिल भारतीय महिला कांग्रेस के सचिव सुधा ने बताया, "हाल ही में, हमने लोकतांत्रिक प्रणाली और संविधान के लिए खतरा देखा है। हर दिन भाजपा और आरएसएस द्वारा समस्या पैदा की जा रही है। सीएए और एनआरसी का कार्यान्वयन न केवल मुस्लिम समुदाय के लिए, बल्कि सभी के लिए खतरा है।" उन्होंने कहा, "कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे अन्य लोगों के साथ अपनी एकजुटता दिखाने के लिए, हमने एक रंगोली कार्यक्रम आयोजित किया। अगर नेता सीएए और एनआरसी को वापस नहीं लेते हैं, तो हम विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।"
चेन्नई में रंगोली के जरिए विरोध का अद्भुत तरीका अपनाया गया। पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि, डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन और पार्टी सांसद कनिमोझी के घरों के बाहर विरोध स्वरूप कोलम बनाई गई। कोलम, रंगोली का एक पारंपरिक रूप है। रंगोली के डिजाइन में से एक में लिखा था, 'नो सीएए, नो एनआरसी'।
शनिवार को भी नागरिकता कानून के विरोध में तमिलनाडु तौहीद जमात के सदस्यों ने मुस्लिम पहनावे में परिवारों के साथ विरोध प्रदर्शन किया था। विरोधियों ने नारे लगाए और नागरिकता कानून को वापस लेने की मांग की। वहीं पिछले हफ्ते की शुरुआत में राज्य विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल डीएमके ने अपने समर्थकों के साथ इस कानून के खिलाफ रैली का आयोजन किया था। साथ ही केंद्र सरकार को चेतावनी दी थी कि आगे भी इस तरह के आंदोलन हो सकते है।
बता दें कि लोगों का प्रदर्शन लगातार जारी है। पिछले दिनों मेंगलुरू समेत कर्नाटक के शिवमोगा जिले में भी कई लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की थी।