शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखना सभी शिक्षकों का दायित्व: योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में 185 करोड़ रु0 लागत की 20 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद गोरखपुर में 185 करोड़ रुपए लागत की कुल 20 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इनमें 13962.53 लाख रुपए लागत की 14 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 4544.30 लाख रुपए लागत की 06 परियोजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
राजकीय जुबली इण्टर काॅलेज के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखना सभी शिक्षकों का दायित्व है। उन्होंने कहा कि इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए सभी शिक्षक शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने की दिशा में कार्य करें। शिक्षण संस्थाओं में बेहतर शिक्षा का माहौल सृजित हो, जो समाज एवं राष्ट्रहित में हो। शासन की नीतियों की जानकारी छात्रों को अवश्य दी जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार विकास को आगे बढ़ाने तथा शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने की दिशा में निरन्तर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि 02 फरवरी, 2020 से हर रविवार को प्रत्येक स्वास्थ्य केन्द्र पर आरोग्य मेला आयोजित किया जाएगा। यह लोक कल्याण का कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत 05 लाख रुपए तक के इलाज की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। गरीबों को आवास, रसोई गैस कनेक्शन, पेंशन आदि विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के तहत लाभान्वित किया जा रहा है। सरकार की इन योजनाओं का लाभ समाज के हर गरीब वर्ग को बिना भेदभाव के उपलब्ध कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नकलविहीन परीक्षा शासन की प्राथमिकताओं में से एक है। पूर्व की तरह नकल की छूट देकर सरकार नौजवानों, छात्रों के साथ खिलवाड़ नहीं होने देगी। उन्होंने जुबली इंटर काॅलेज शिक्षण संस्थान से कहा कि वे अपने पुरातन छात्रों को भी जोडं़े तथा वर्तमान छात्रों के साथ संवाद स्थापित करायें ताकि बच्चों को पुरातन छात्रों से प्रेरणा मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2024 तक पाइप पेयजल योजना के तहत हर घर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा। उन्होंने यह भी कहा कि बाढ़ बचाव की कार्य योजना अभी से प्रारम्भ कर दी गयी है ताकि समयबद्ध ढंग से यह कार्य पूर्ण हो सके और इस आपदा से निजात मिल सके।