फिल्मों को उत्सव की तरह मनाना चाहिए : प्रज्ञेश सिंह
लखनऊ में गोल्डन ज्यूरी फिल्म फेस्टिवल का आयोजन
लखनऊ। राजधानी के फ़िल्मकार प्रज्ञेश सिंह ने ऑफ बीट सिनेमा में एक मील का पत्थर रखते हुए गोल्डन ज्यूरी फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया। फिल्मों को उत्सव की तरह मनाना चाहिए की बात करते हुए उन्होंने ऑफ बीट सिनेमा को आज की जरुरत तथा समाज का आईना बताया।
गोल्डन ज्यूरी फिल्म फेस्टिवल से लौटे छोटी सी गुजारिश, शिनाख्त और हेरिटेज ऑफ थ्राल जैसी फिल्में बना चुके लखनवी फ़िल्मकार प्रज्ञेश ने राजधानी स्तिथ अपने आवास पर महाआयोजन की जानकारी देते हुए बताया कि गत 17- 18 दिसम्बर को मुम्बई के अन्धेरी स्तिथ ओडियम थिऐटर में दो दिवसीय फिल्मोत्सव का आयोजन गोल्डन ज्यूरी फिल्म अकादमी के बैनर तले किया गया जिसके प्रोग्राम डाइरेक्टर सिनमेटोग्राफर शुभ्रांशु दास थे। इस फिल्म फेस्टिवल में 117 फिल्मों की प्रविष्टियाँ आई थी जिनमे से 15 फिल्मों की स्क्रीनिंग हुई और 16 श्रेणीयों में पुरस्कार वितरित किए गए।
गोल्डन ज्यूरी फिल्म फेस्टिवल के पहले सीजन की बात बताते हुए टीएनवी फिल्म्स के प्रज्ञेश ने कहा कि सिनेमा के साथ-साथ ऑफ बीट फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए दोनों दिन विभिन्न सत्रों का भी आयोजन किया गया जिसमे पहले दिन 'वेब की दुनिया में फिल्मों की घटती महिमा' सत्र में विक्रम कोचर, नितिन कक्कड़, प्रज्ञेश सिंह और अमृत गंगर ने भाग लिया। दूसरे दिन के सत्र 'अभिनेता का चरित्र में परिवर्तन' में इनामुल हक़, विदिता बाग, और कार्तिक कृष्णन ने भाग लिया।
समारोह की जानकारी देते हुए लखनवी फ़िल्मकार प्रज्ञेश ने बताया कि ओपनिंग सेरेमनी में सागर सरहदी, एक्टर मेजर विक्रमजीत और क्लोजिंग सेरेमनी में राहुल बोस, अंजली पाटिल और कॉमेडियन सुनील पाल जैसे चेहरे शामिल रहे। ज्यूरी मैम्बर्स के रूप में गदाधर पुट्ठी, अशोक पुरंग, अमृत गंगवाल और संदीप नाथ ने बड़ी भूमिका निभाई। विक्रम कोचर पूरे कार्यक्रम में छाए रहे और एक्टर प्रिंसी (द लास्ट कलर फेम) के काम को दर्शकों ने काफी सराहा। मशहूर शेफ विकास खन्ना ने अपनी फिल्म द लास्ट कलर के जरिए जोरदार इंट्री मारी।
पुरस्कारों की जानकारी देते हुए गोल्डन ज्यूरी फिल्म अकादमी प्रा० लिम० के फाउण्डर व डाइरेक्टर प्रज्ञेश सिंह ने बताया कि बेस्ट एक्टर अवार्ड नसीरुद्दीन शाह (फिल्म द वॉलेट), बेस्ट एक्टर फीमेल अवार्ड्स नवनी परिहार (फिल्म द वॉलेट) और भूमिका मीना को फिल्म चूहेदानी के लिए दिया गया। बेस्ट फिल्म अवार्ड फिल्म फॉरबिडेन टिक्का मसाला को, स्पेशल ज्यूरी अवार्ड नीना गुप्ता को फिल्म द लास्ट कलर के लिए,बेस्ट साउण्ड डिजाइनिंग अवार्ड रसूल पुकुट्टी (आस्कर विजेता) को फिल्म सेक्स बाई जूलियस तथा बेस्ट डाइरेक्टर का पुरस्कार नीरज यादव निर्देशक फिल्म सेक्स बाई जूलियस की झोली में गया।