पश्चिम बंगाल: टोपी और लुंगी पहनकर ट्रेन पर पत्थरबाजी कर रहे पांच बीजेपी कार्यकर्ता गिरफ्तार
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के राधामाधबतला में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक कार्यकर्ता और उसके 5 साथियों को गिरफ्तार किया गया है। टेलीग्राफ में छपी खबर के अनुसार,गिरफ्तार लड़के मुसलमानों की जालीदार टोपी और लुंगी पहन कर ट्रेनों पर पथराव कर रहे थे। स्थानीय निवासियों ने उन्हें चलती ट्रेन पर पत्थर फेंकते हुए देखा और पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा है कि भाजपा नकली वीडियो बनाकर और गलत जानकारी फैलाकर मेरी छवि खराब करने की योजना बना रही है। इससे पहले ममता ने कहा था, बीजेपी के जाल में मत पड़िए। भारतीय जनता पार्टी इसे हिन्दू-मुसलमान की लड़ाई में तब्दील कर देना चाहते हैं। हमें यह खुफिया जानकारी मिली है कि बीजेपी के लोग जालीदार टोपियां खरीद रहे हैं। वे इसे पहनकर तोड़फोड़ करते हुए फोटो खिंचवा रहे हैं और फिल्म बनवा रहे हैं ताकि एक समुदाय को बदनाम किया जा सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बयान की बहुत चर्चा हो रही है जिसमें उन्होंने किसी पार्टी या समुदाय का जिक्र किए बगैर कहा, ‘‘जो लोग आगजनी (संपत्ति में) कर रहे हैं उन्हें टीवी पर देखा जा सकता है…उनकी पहचान उनके द्वारा पहने गए कपड़ों से की जा सकती है।’’
इसके जवाब में तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने एक रैली में कहा, ‘‘ देश जल रहा है और वे कपड़ों की बात कर रहे हैं। परिधान या खानपान के आधार पर उपद्रवियों और आम लोगों में अंतर नहीं किया जा सकता। कपड़ों से किसी व्यक्ति के राजनीतिक विचार पता नहीं चलते।’’
मुर्शिदाबाद के एसपी मुकेश ने कहा, पश्चिम बंगाल के राधामाधबतला में पकड़े गए युवक का नाम अभिषेक सरकार है, वह 21 साल का है और बीजेपी का सदस्य है। युवकों ने दावा किया कि उन्होंने जालीदार टोपी और लुंगी वीडियो शूट करने के लिए पहनी थीं, जिसे वे अपने यूट्यूब चैनल पर डालना चाहते थे। हालांकि अब तक हमें ऐसा कोई यूट्यूब चैनल नहीं मिला है।
टेलीग्राफ में छपी खबर के अनुसार, पुलिस छह लोगों से बहरमपुर थाने में पूछताछ की और बताया कि इनका एक और साथी था जो भाग निकला। बीजेपी के स्थानीय नेताओं ने यह माना है कि अभिषेक सरकार पार्टी का सदस्य है। हालांकि बीजेपी के जिला अध्यक्ष गौरी शंकर घोष ने कहा कि अभिषेक पार्टी का सदस्य नहीं है। हमें राधामाधबतला की घटना के बारे में पता नहीं है।