नागरिकता क़ानून: कानपुर में 8 प्रदर्शनकारियों को गोली लगी, यूपी के नए हिस्सों में हिंसा फैली
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्से में शुक्रवार की नमाज के बाद नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध में व्यापक प्रदर्शन हुआ है। प्रदेश के नये हिस्सों में हिंसा फैल गयी।
इस बीच, यूपी के कानपुर में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान 8 लोगों को गोली लगी है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने बताया कि राजधानी लखनऊ और अलीगढ़ में कुल मिलाकर शांति रही। गुरुवार को लखनऊ में उपद्रवियों ने जमकर हिंसा की थी। प्रदेश के जिन नये जिलों से हिंसा की खबरें आ रही हैं, उनमें गोरखपुर, फिरोजाबाद, भदोही, बहराइच, फर्रूखाबाद और संभल शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों को निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने से रोका गया तो उन्होंने पुलिस पर पथराव कर दिया।
कई जगहों पर उग्र प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। अफवाहें रोकने के मकसद से अलीगढ़, मउ, आजमगढ़, लखनऊ, कानपुर, बरेली, शाहजहांपुर, गाजियाबाद, बुलंदशहर और संभल सहित लगभग दर्जन भर जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं।
कानपुर जोन के अपर पुलिस महानिदेशक प्रेम प्रकाश के अनुसार इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गयी हैं। गोरखपुर में जुमे की नमाज के बाद हिंसक प्रदर्शन हुए। पुलिस ने बताया कि नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन के लिए लोग मस्जिदों में नमाज के बाद सड़कों पर आ गये।
घंटाघर, शाहमारूफ, चौक, नक्खास, खूनीपुर और इस्माइलपुर सहित कुछ इलाकों में स्थिति तनावपूर्ण है। खूनीपुर थानाक्षेत्र के अंजुमन इस्लामिया के सामने पुलिस पर पथराव हुआ, जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। नक्खास में पुलिस ने उग्र प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। अलीगढ़ में प्रशासन ने रेड एलर्ट घोषित कर रखा है। जुमे की नमाज सभी संवेदनशील इलाकों में शांतिपूर्वक संपन्न हो गयी।
एसएसपी अलीगढ़ आकाश कुलहरि ने बताया कि जुमे की नमाज शांति से निपट गयी। सुबह शहर मुफ्ती खालिद हामिद ने शांति की अपील की थी। अलीगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों में पांच दिन से प्रदर्शन चल रहा है। अधिकांश प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व महिलाओं ने किया। मुस्लिम बहुल इलाकों में आज मस्जिदों से घोषणा कर अपील की गयी कि वे अफवाहों पर ध्यान ना दें।
संभल जिले के चंदौसी क्षेत्र में भारी पथराव की खबर है। संभल में गुरुवार को रोडवेज की दो बसें क्षतिग्रस्त कर दी गयी थीं। निषेधाज्ञा के उल्लंघन के लिए स्थानीय सांसद शफीकुर रहमान बर्क एवं अन्य के खिलाफ शुक्रवार को मामला दर्ज किया गया।
भदोही में प्रदर्शनकारियों ने काजीपुर इलाके से जुलूस निकाला। मशाल टाकीज के पास उनका पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से टकराव हुआ। हालात काबू करने के लिए आंसूगैस के गोले दागे गये और हल्का बलप्रयोग किया गया।
एसपी भदोही राम बदन सिंह ने बताया कि भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया और सडक किनारे खड़ी कई बाइकों को क्षतिग्रस्त कर दिया । फिरोजाबाद दक्षिण थानाक्षेत्र में प्रदर्शनकारियों ने लगभग आधा दर्जन वाहनों को आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे।
कुछ पुलिसकर्मियों के घायल होने की भी खबर है। फिरोजाबाद के एसएसपी सचिन्दर पटेल और जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद हैं । अधिकारियों ने बताया कि बुलंदशहर में शुक्रवार तीन बजे से इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गयीं जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने बताया कि सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलने से रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है । राजधानी लखनऊ सहित कई जिलों में मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस की सेवाएं बंद रहीं ।