देश के मौजूदा हालात से दुःखी उर्दू लेखक व व्यंग्यकार मुजतबा हुसैन लौटाएंगे पद्म श्री आवार्ड
नई दिल्ली: नागरिकता कानून के खिलाफ देश भर में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच उर्दू के लेखक व व्यंगकार मुजतबा हुसैन ने पद्म श्री आवार्ड लौटाने का ऐलान किया है। उर्दू लेखक, हास्य और व्यंग्यकार पद्म पुरस्कार से सम्मानित मुजतबा हुसैन ने घोषणा की है कि वह अपना पुरस्कार सरकार को लौटा देंगे।
मुजतबा हुसैन ने अवार्ड वापसी की घोषणा के बाद कहा कि देश की मौजूदा हालत को देखते हुए उन्होंने यह फैसला लिया है। इसके साथ ही मुजतबा ने कहा कि भाजपा सरकार ने नागरिकता कानून को संसद के दोनों सदनों में पास कराकर लोकतंत्र पर सही मायने में देखा जाए तो हमला किया है।आपको बता दें कि मुजतबा को साल 2007 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।
नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर हुसैन ने कहा कि मौदूदा हालत को देखते हुए वह काफी चिंतित हैं। मुजतबा ने बताया कि मैं 87 साल का हूं लेकिन अपने देश के भविष्य को लेकर अधिक चिंतित हूं।