लखनऊ: आल इण्डिया मोहम्मदी मिशन अध्यक्ष सैयद अयूब अशरफ ने अपने ब्यान में कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जामिया और अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के साथ ही साथ देश के विभिन्न प्रदेशों में छात्र छात्राओं और जनता द्वारा आवाज उठाने वालो के विरूध भारतीय जनता पार्टी शासित प्रदेशों में पुलिस प्रशासन द्वारा दमनकारी नीति का अपनाना अफसोसनाक है। भारत के हर नागरिक को यह अधिकार है कि वह लोकतांत्रिक ठंग से विरोध प्रदर्शन कर, केन्द्र और राज्य सरकारों को उनकी गलत नीतियों के विरूध अवाज़ उठाए लेकिन देश की जो वर्तामान स्थिति बनती जा रही है बहुत दुख्ःद है, जिस तरह से विगत दिनों में पुलिस प्रशासन द्वारा सरकारी एव गैर सरकारी सम्पत्तियों को खुद क्षति पहुचाकर छात्रों पर अत्याचार किया गया यह कोई अच्छा संदेश नही है। जैसा की देख गया है कि पुसिल प्रशासन ने धार्मिक स्थलों का भी सम्मान नही किया और बेगुनाह छात्र एवं छात्राओं पर बर्बरता पूर्वक कदम उठाया जो देश के भविष्य के साथ अच्छा कदम नही है। भारत की आज़ादी और उसके बाद भी हमेशा छात्र, छात्राओं एवं धर्म गुरूओं ने ही हुकुमत की गलत नीति के खिलाफ आवाज़ उठाई है। और उनकी अवाज को जिसने भी दबाने की कोशिश की है उसका खुद का वजुद खत्म हो गया है केन्द्र सरकार को पुनः विचार करना चाहिए ताकि देश में शान्ति व्यवस्था बनी रहे। केन्द्र सरकार को यह जान लेना चाहिए की भारत के संविधान के साथ जो भी छेड़छाड़ करेगा। भारत की जनता उसे कभी बर्दाश्त नही करेगी। क्योकि भारत का संविधान उस दौर के महापरूषों ने बिना किसी भेदभाव से बनाया था, जिसमें देश के सभी धर्म एवं सम्प्रदाय के दबे कुचले, दलित, आदिवासी और कमज़ोर लोगों और उनकी धार्मिक परम्पराओं एवं आस्था को ध्यान में रखते हुए बनाया गया ताकि भारत के नागरिकों को बराबर का सम्मान एवं हक मिल सके। हमारे संविधान की खुबसूरती की वजह से ही हमारे देश में सभी धर्म एवं जाति के लोग, अपनी धार्मिक आस्था एवं परम्पराओं को निभाते हुए साथ साथ जीवन वितीत कर रहे है। भारत का हर नागरिक आपस में भाईचारे के साथ रहकर गंगा जमुनी तहज़ीब को बनाए हुए है। एकता में अनेकता हमारे भारत की पहचान है। जिसे पूरी दुनिया के लोग सम्मान की नज़र से देखते है। केन्द्र सरकार की गलत नीति के कारण भारत का सर विदेशों में झुका है भारत की अर्थव्यवस्था दिन पर दिन गिरती जा रही है बेरोज़गारी बढ़़ती जा रही है। चीज़ों के दाम आसमान पर पहुच रहे है। व्यपारी अपने व्यापार से परेशान है। सरकारी विभाग और बैंक बन्द के कगार पर खड़े है। गरीब जनता भुखमरी की तरफ बढ़ रही है। और हमारी केन्द्र सरकार इन विषयों से लोगों का ध्यान हटाकर जनता को सड़कों पर लाकर खड़ा कर दिया है। क्या ये सब भारत के भविष्य के लिए अच्छा है आज बंगलादेश जैसे छोटे देश हमसे आगे बढ़़ रहे है और केन्द्र सरकार हिटलरशा ही दिखा रही है यह कब तक चलता रहेगा केन्द्र सरकार भारत की जनता को बेवकुफ बनाना छोड़ दे। भारत की जनता एवं छात्र छात्राओं पर पुलिस प्रशासन द्वारा जो जुल्म हो रहा है उसे रोकने का काम करें क्योकि यही हमारे देश का भविष्य है और देश की गंगा जमुनी तहज़ीब को मिटाने का काम न करें। केन्द सरकार देश को विकास की डगर पर चलाने का काम करें नकि विनाश की तरफ।