अब इस पार या उस पार का फैसला करना होगा: सोनिया गाँधी
जन्तर मन्तर पर सरकार से सवाल, आखिर कहां गया सबका साथ सबका विकास?
नई दिल्ली: कांग्रेस अर्थव्यवस्था की सुस्त रफ्तार, बढ़ती बेरोजगारी, महिला हिंसा, संविधान पर हमले और किसानों की समस्या जैसे कई मुद्दों को लेकर कांग्रेस मोदी सरकार को घेरने की तैयारी में जुट गई है। कांग्रेस आज यानी शनिवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में 'भारत बचाओ' रैली का आयोजन किया । कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि देश को बचाने के लिए कठोर संघर्ष करना होगा। उन्होंने कहा कि देश के किसानों का जीना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि देश की हालत गंभीर हो गई है। सोनिया ने कहा कि मेरे अन्नदाता किसानों की हालत अब मुझसे नहीं देखी जाती। पार्टी की अतंरिम अध्यक्ष ने कहा कि इस पार या उस पार का फैसला करना होगा। उन्होंने कहा कि लोगों की नौकरियां जा रही है। देश के युवाओं के सामने अंधेरा छा गया है। ऐसी बेरोजगारी कभी नहीं देखी देश ने। उन्होंने सरकार पर हमला किया कि आखिर सबका साथ सबका विकास कहां गया?
अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर सोनिया ने कहा कि ना पैसे घर में रख सकते हैं, ना बैंक में। नागरिकता कानून पर सोनिया ने कहा कि इसके चलते पूर्वोत्तर जल रहा है। उन्होंने कहा कि नाइंसाफी सहना सबसे बड़ा अपराध है, इसलिए मोदी और शाह को आवाज बुलंद कर के बताइए कि हम लोकतंत्र की रक्षा के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं।
सोनिया ने कंपनियों के विनिवेश पर कहा कि देश की कपंनियों को क्यों और किसके हाथ बेचा जा रहा है। देश की नौरत्न कंपनियों को बेचने का फैसला गलत है। सोनिया गांधी ने कहा कि देश को बचाना है तो हमें कठोर संघर्ष करना पड़ेगा। वहीं, नागरिकता संशोधन कानून को लेकर उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून ने देश की आत्मा को तार-तार कर रहा है।
सोनिया से पहले रैली में जाने से राहुल गांधी ने रैली के बारे में ट्वीट भी किया था। राहुल गांधी ने कहा, “ये सरकार कारोबारियों का कर्ज माफ कर रही है और लोगों के कॉल का रेट बढ़ा रही है। जब तक देश की जनता के पास पैसे नहीं होंगे, तब तक देश की अर्थव्यवस्था आगे नहीं जा सकती। नरेंद्र मोदी ने आपकी जेब से पैसा निकाल लिया है।” रैली को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी संबोधित किया। उन्होंने मोदी सरकार पर हमला बोला। प्रियंका ने कहा, “आज देश की जीडीपी पाताल में चली गई है। देश की अर्थव्यवस्था को नष्ट किया जा रहा है।”
देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, “मोदी जी ने देश की जनता को जो सब्जबाग दिखलाए थे, जनता से वादा किया था कि वो देश को खुशहाल बना देंगे। किसानों से वादा किया था कि उनकी आमदनी दोगुनी हो जाएगी, युवाओं से वादा किया था कि हर साल दो करोड़ रोजगार देंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।”
इस रैली में कांग्रेस ने नागरिक संशोधन कानून का मुद्दा भी उठाया और मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की। कांग्रेस ने संसद के दोनों सदनों में इस कानून का विरोध किया था और कहा था कि इस कानून जरिए धर्म के आधार पर देश को बांटने की कोशिश की गई है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस कानून के संसद से पास होने के दिन को इतिहास का काला दिन बताया था।