नागरिकता संशोधन कानून: असम के बाद पश्चिम बंगाल में भड़की हिंसा, बसों में लगाई आग
नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हिंसा कम होने के बजाय बढ़ती जा रही है। इस कानून के विरोध में पूर्वोत्तर के राज्यों में बवाल हो रहा है। इन राज्यों में असम की स्थिति सबसे ज्यादा बिगड़ी है। राज्य के कई इलाकों में कर्फ्यू तक लगाना पड़ा। अब पश्चिम बंगाल में भी विरोध शुरू हो गया है। प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशनों में तोड़फोड़ की और 25 बसों में आग लगा दी। वाहनों का आवागमन बाधित कर दिया। वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसक गथिविधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
प्रदर्शनकारियों ने रेल पटरियों और राजमार्गो पर धरना दिया, जिससे ट्रेन सेवाएं और वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई। मुर्शिदाबाद जिले के बेलडंगा रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारी स्टेशन मास्टर के केबिन में घुस गए। टिकट काउंटर पर लूटपाट की, उसके बाद आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर टायर भी जलाए और कुछ वाहनों को भी क्षति पहुंचाई। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने निजी और सार्वजिनक करीब 25 बसों को आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने मुर्शिदाबाद में एनएच-34 को अवरूध कर दिया और सुती पर स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट की तीन बसों में जमकर तोड़फोड़ की। प्रदर्शनकारियों ने नागरिकता कानून और प्रस्तावित एनआरसी के खिलाफ पोस्टर भी ले रखे थे।
हावड़ा जिले में, गुस्साए प्रदर्शनकारी साउथ ईस्टर्न रेलवे के तहत उलुबेरिया स्टेशन में घुस गए और कई ट्रेन में तोड़फोड़ की। रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों द्वारा फेंके गए पत्थरों से एक ड्राइवर भी घायल हो गया। भीड़ ने ट्रैक को अवरुद्ध कर दिया। हमले में हावड़ा-कोरोमोंडल एक्सप्रेस और हावड़ा-दीघा कंडारी एक्सप्रेस क्षतिग्रस्त हो गईं। कंडारी एक्सप्रेस के गार्ड ने कहा, "कुछ लोगों ने मुझे ट्रेन से बाहर खींच लिया और ट्रेन में तोड़फोड़ की। स्टेशन मैनेजर ने कहा, "यह एक भयानक अनुभव था। उन्होंने खिड़की के शीशे तोड़ दिए। हम सभी इधर-उधर भागे।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, 'कानून अपने हाथ में न लें। रास्ते रोकने और आम लोगों को जिस कार्य से दिक्कत पहुंचे, ऐसा कोई भी कार्य न करें।' उन्होंने कहा, 'सरकारी संपत्तियों को नुकसान न पहुंचाएं। शांति भंग करने वाले सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।' ममता बनर्जी ने यह भी दोहराया कि संशोधित नागरिकता कानून और प्रस्तावित देशव्यापी एनआरसी राज्य में लागू नहीं होगा। उन्होंने कहा, 'यह मेरा अनुरोध है कि लोगों के बीच भ्रम न पैदा करें।'
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा, "हमें हमेशा शांति में विश्वास करना चाहिए, हमें हमेशा कानून के शासन में विश्वास करना चाहिए और हिंसा से बचना चाहिए।"
वहीं, भाजपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने बयानों के माध्यम से अराजकता फैलाने का काम किया। भाजपा के प्रभारी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि बंगाल में "शर्मनाक घटनाओं" को घुसपैठियों ने अंजाम दिया। उलुबेरिया और कुछ अन्य रेलवे स्टेशनों को आग लगा दी गई और तोड़फोड़ की गई। अपने बयानों के लिए ममता बनर्जी को एक मिनट भी अपने पद पर नहीं रहना चाहिए।