काॅर्पोरेट बीसी संबंध के लिए स्टोरकिंग के साथ एचडएफसी बैंक ने साइन किया MoU
लखनऊ: आज एचडीएफसी बैंक ने स्टोरकिंग के साथ एक समझौतापत्र पर हस्ताक्षर किए। यह वितरण प्लेटफाॅर्म ब्रांड्स को भारत के छोटे शहरों एवं गांवों में पहुंचाता है। इस समझौतापत्र द्वारा स्टोरकिंग एचडीएफसी बैंक का काॅर्पोरेट बिज़नेस काॅरेस्पाॅन्डेंट बन जाएगा तथा बैंक स्टोरकिंग के नेटवर्क का उपयोग कर सकेगा।
बैंगलुरू स्थित स्टार्टअप, स्टोरकिंग टियर 3 से टियर 6 तक के शहरों में रिटेलर्स को इन-स्टोर ग्राहकों को ज्यादा उत्पाद व सेवाएं बेचने में समर्थ बनाता है। यह उन्हें अपने ऐप एवं वेब प्लेटफाॅर्म द्वारा आॅर्डर करने में समर्थ बनाता है। यह एक फुलफिलमेंट सेंटर चलाता है और एंड-टू-एंड लाॅजिस्टिक्स संभालता है, जिसमें 10 राज्यों में 2800 छोटे शहरों के लिए डिलीवरी शामिल है। इसके द्वारा एचडीएफसी बैंक ग्रामीण इलाकों में ज्यादा गहराई तक जाकर अपने उत्पाद व सेवाओं की संपूर्ण श्रृंखला प्रस्तुत कर सकेगा, जिससे भारत एवं इंडिया के बीच का अंतर कम हो सकेगा।
इस एमओयू पर हस्ताक्षर श्रीधर गुंडईया, को-फाउंडर एवं सीईओ, स्टोरकिंग तथा मिस स्मिता भगत, कंट्री हेड जीआईबी, सीएससी, ई-काॅमर्स एवं स्टार्टअप्स, एचडीएफसी बैंक ने मुंबई में आयोजित एक समारोह में किए।
मिस स्मिता भगत, जीआईबी, एचडीएफसी बैंक ने कहा, ‘‘स्टोरकिंग के साथ हमारी साझेदारी हमें अपने बैंकिंग उत्पाद व सेवाएं देश के सबसे दूरदराज के इलाकों में पहुंचाने में समर्थ बनाएगी। यह नेटवर्क एचडीएफसी बैंक की शाखाओं के रूप में काम करेगा, जिससे हमें बैंक रहित इलाकों में भी बैंकिंग सेवाएं पहुंचाने में मदद मिलेगी।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘हम छोटे शहरों व गांवों में लोगों को संगठित बैंकिंग के दायरे में लाकर तथा उन्हें बैंकिंग उत्पादों व सेवाओं की संपूर्ण श्रृंखला प्रदान करके भारत और इंडिया के बीच के अंतर को कम करना चाहते हैं।’’
श्री श्रीधर गुंडईया, को-फाउंडर एवं सीईओ, स्टोरकिंग ने कहा, ‘‘हम एचडीएफसी बैंक के साथ इस साझेदारी के लिए उत्साहित हैं और उनकी मदद से हम ग्रामीण भारत में वित्तीय समावेषन को सरल बनाएंगे। स्टोरकिंग पर हमारा मिशन ग्रामीण उद्यमियों को अपग्रेड करना तथा उत्पादों व डिजिटल सेवाओं के लिए उनकी वितरण की यात्रा को आसान बनाना है। एचडीएफसी बैंक के साथ इस एमओयू द्वारा हम ग्रामीण किराना को भारतीय बैंकिंग के परिवेश का महत्वपूर्ण टचप्वाईंट बनाएंगे और शाखारहित बैंकिंग के विचार को मूर्त रूप देंगे।’’