मुक़दमे तो मेरे सीने पर पदक के समान: राहुल गाँधी
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को कहा कि भाजपा और उसके कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ देशभर में जो मुकदमे दर्ज कराए हैं उनसे वह डरे नहीं हैं बल्कि उन्हें तो वह ‘‘पदक'' के समान मानते हैं. राहुल ने कहा, ‘‘मेरे खिलाफ 15 से 16 मुकदमे हैं. जब आप सैनिकों को देखते हैं तो उनके सीने पर कई सारे पदक होते हैं.'' राहुल ने कहा, ‘‘हर मुकदमा मेरे लिए पदक के समान है.'' राहुल ने वनयांबलम में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के एक कार्यक्रम को संबोधित किया. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, ‘‘इनकी संख्या जितनी अधिक होगी मैं उतना खुश होऊंगा.'' उन्होंने कहा कि वह उनसे वैचारिक लड़ाई लड़ रहे हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा कि वह नफरत से भरे भारत में यकीन नहीं रखते और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि भाजपा चाहे कितनी बार भी उन्हें मनाने की कोशिश करे वह उस पर यकीन नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि देश की ताकत महिलाओं, सभी धर्मों, समुदायों, अलग-अलग विचारधारा के लोगों के सम्मान में थी.
उन्होंने सामने मौजूद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हर बार जब भी आप मेरे खिलाफ मामला दर्ज कराएंगे मैं प्यार की बात करूंगा. मैं यह कभी नहीं भूलूंगा कि आप लोग मेरे साथ खड़े हैं. इसलिए जब भी वे मेरे खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज कराते हैं तो वे मेरे सीने पर एक पदक जड़ते हैं.''
पिछले साल राज्य में आई भीषण बाढ़ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कई लोग अपना घर, जीवन सबकुछ गंवा बैठे लेकिन इस त्रासदी में भी लोगों का सकारात्मक बर्ताव दिखा. अब भी काफी कुछ पुननिर्माण कार्य होना बाकी है और प्रभावित लोगों तक सहयोग पहुंचाए जाने की आवश्यकता है. राहुल ने कहा कि वह राज्य सरकार के सामने लगातार मुआवजे और पुनर्वास का मुद्दा उठाते रहे हैं और आगे भी ऐसा करते रहेंगे.
उन्होंने कहा कि यहां जरूरतमंदों की मदद के लिए हाथ बढ़ाने की संस्कृति रही है और इसे लेकर कोई दिखावा नहीं है जैसा कि देश के दूसरे हिस्सों में दिखता है.
राहुल गांधी ने नागरिकता संशोधन बिल पर भी बयान दिया. उन्होंने कहा, ' कांग्रेस पार्टी किसी के भी खिलाफ किसी तरह के भेदभाव के खिलाफ है. हमारा मानना है कि भारत सभी से संबंधित है. सभी समुदायों से, सभी धर्मों से और सभी संस्कृतियों से इसका संबंध है. अमित शाह और नरेंद्र मोदी अपनी खुद की कल्पनाओं में जीते हैं. उनका बाहरी दुनिया से कोई जुड़ाव नहीं है.'
राहुल ने कहा, 'वे अपनी ही दुनिया में रहते हैं. वे चीजों के बारे में कल्पना करते हैं इसलिए देश को इस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. अगर नरेंद्र मोदी इस देश के लोगों की बात सुनें तो कोई समस्या नहीं होगी. नरेंद्र मोदी की शासन शैली वास्तविक मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने के लिए है.'
राहुल गांधी ने कहा, 'अब आप देखें कि स्थिति कितनी हास्यास्पद है. वित्त मंत्री से प्याज की कीमत के बारे में पूछा जाता है और वह जवाब देती हैं कि वो लहसुन या प्याज नहीं खातीं. कोई आपसे ये नहीं पूछ रहा है कि आप क्या खाते हैं. आप वित्त मंत्री हैं इसलिए हम पूछ रहे हैं कि अर्थव्यवस्था इतनी बुरी हालत में क्यों है?'
राहुल गांधी ने यह भी कहा, 'यहां तक कि अगर आप सबसे गरीब व्यक्ति से कोई चीज पूछते हैं, तो आपको एक समझदार प्रतिक्रिया मिलेगी. लेकिन उसके पास समझने की क्षमता होनी चाहिए कि क्या पूछा जा रहा है.'