लखनऊ: बायर का अग्रणी हाइब्रिड धान बीज ब्राण्ड अराइज़ के 25 वर्ष पूरे होने पर इस अवसर को यादगार बनाने के लिये बायर ने आज लखनऊ में किसानों, सरकारी अधिकारियों और धान की महत्व श्रृंखला (वैल्‍यू चेन ) के भागीदारों की उपस्थिति में अराइज़ समीक्षा रिपोर्ट जारी की। यह रिपोर्ट बताती है कि अराइज़ ने अधिक आमदनी और धान की चिरस्थायी खेती के जरिये धान के किसानों को कैसे मदद दी। इस आयोजन में उपस्थित साझीदारों ने भारतीय किसानों के लिये महत्व का निर्माण करने और हाइब्रिड धान को बढ़ावा देने के बायर के प्रयासों की प्रशंसा की।

भारत में अराइज़ ब्राण्ड की यात्रा में योगदान के लिये और हाइब्रिड टेक्‍नोलॉजी को अपनाने के लिये इसका उपयोग करने वाले प्रमुख किसानों को सम्मानित किया गया। किसानों के बच्चों को 25 ‘अ से अराइज़’ छात्रवृत्ति दी गई, ताकि वे उच्च शिक्षा ग्रहण कर सकें। इस छात्रवृत्ति में सेकंडरी शिक्षा के लिये 20,000 रू., सीनियर सेकंडरी शिक्षा के लिये 50,000 रू. और पेशेवर कोर्सेज के लिये 1,20,000 रू. मिलते हैं।

आयोजन में किसानों और साझीदारों को सम्बोधित करते हुए बायर क्रॉपसाइंस लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डी. नारायण ने कहा, ‘‘बायर कई वर्षों से कई सफल कार्यक्रमों के जरिये छोटे किसानों के साथ काम कर रहा है, जैसे फूड चेन पार्टनरशिप्स, बेटर लाइफ फार्मिंग प्रोजेक्ट्स, क्षमता निर्माण कार्यक्रम और अनगिनत सार्वजनिक निजी भागीदारियाँ। अराइज़ की हाइब्रिड तकनीक द्वारा हम छोटे एवं सीमांत किसानों को लाभान्वित कर रहे हैं। हम अधिक उत्पादकता और आय से उनकी मदद करना चाहते हैं और उन्हें केवल गुजारा चलाने वाली खेती से चिरस्थायी आर्थिक खेती की ओर लाना चाहते हैं।’’

डी. नारायण ने आगे कहा, ‘‘अ से अराइज़’ कार्यक्रम से हम भारत के संसाधनविहीन किसानों के बच्चों को बेहतर शिक्षा देना चाहते हैं। इससे समावेशी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा और हमारी आने वाली पीढ़ियों को बेहतर जीवन मिलेगा।’’