बहुमत साबित नहीं कर पाएंगे फडणवीस: शरद पवार
अजित पवार समेत बाग़ी विधायकों के खिलाफ NCP कर्ज सख्त कार्रवाई
मुंबई: एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अजीत पवार का फैसला पार्टी लाइन के खिलाफ, अनुशासन तोड़ने वाला है। एनसीपी का कोई भी कार्यकर्ता एनसीपी-बीजेपी की सरकार के समर्थन में नहीं है। हमारी पार्टी बीजेपी के सख्त खिलाफ है।
शरद पवार ने एनसीपी विधायकों को चेतावनी देते हुए कहा कि , बीजेपी का समर्थन करने वाले विधायकों को पता होना चाहिए कि दल बदल विरोधी कानून लागू होगा। पवार ने कहा, मुझे कुछ लोगों ने सुबह बताया कि हमें यहां लाया गया है, वे शायद राजभवन की बात कर रहे थे। एनसीपी का कोई भी कार्यकर्ता अजीत पवार के साथ नहीं जाएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में शरद पवार अपने साथ कुछ एनसीपी विधायकों को भी लेकर आए थे। ये विधायक शरद पवार के साथ होने की बात कह रहे हैं।
शरद पवार ने कहा, अजीत पवार पर कार्रवाई के बारे में पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा, सदन में वो (फड़नवीस और अजीत पवार) बहुमत पेश नहीं कर पाएंगे, हम फिर से सरकार बनाने का प्रयास करेंगे। सरकार का नेतृत्व शिवसेना के पास हो ऐसा हमारा प्रयास होगा। बहुमत साबित होने तक हम साथ रहेंगे।
पहले सांझा प्रेस कांफ्रेस में कांग्रेस को भी शामिल होना था लेकिन वह अलग हो गई है।
बता दें कि महाराष्ट्र में शुक्रवार को शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की बैठक के बाद जहां उद्धव ठाकरे को राज्य का मुख्यमंत्री बनाने की सहमति बनी थी। वहीं, आज सुबह यानी शनिवार को महाराष्ट्र में दिखे सियासी उलटफेर के बीच देवेंद्र फड़नवीस ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और अजीत पवार ने डिप्टी सीएम के पद की शपथ ली। राज्य में शनिवार तड़के पांच बजकर 47 मिनट पर राष्ट्रपति शासन हटाए जाने के बाद भाजपा-एनसीपी सरकार ने शपथ ग्रहण की।
महाराष्ट्र में शनिवार को एनसीपी ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई है। इस पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एनसीपी का भाजपा के साथ जाना, अजीत पवार का व्यक्तिगत फैसला है और इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, 'महाराष्ट्र में भाजपा के साथ सरकार बनाने का फैसला अजीत पवार का व्यक्तिगत फैसला है, ना कि एनसीपी का। मैं यह बयान रिकॉर्ड करते हुए कहता हूं कि हम इस फैसले का समर्थन नहीं करते हैं।'
वहीं, कांग्रेस ने हालात की समीक्षा के लिए आपातकालीन बैठक बुलाई है। बैठक में महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार बनने के बाद पैदा हुए सियासी हालात पर चर्चा की जाएगी। बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे और केसी वेणुगोपाल सहित महाराष्ट्र कांग्रेस के सीनियर नेता शामिल होंगे।