कमलेश तिवारी की पत्नी को मिला जान से मारने की धमकी वाला पत्र, मांगी जेड प्लस सुरक्षा
सफेद लिफ़ाफ़े में 9 पन्ने का धमकी भरा पत्र,दो पन्ने अरबी भाषा में
सत्य प्रकाश भारती
लखनऊ: राजधानी में हुए देश के बहुचर्चित कमलेश तिवारी हत्याकांड की गुत्थी अभी सुलझी भी नहीं कि कमलेश तिवारी की पत्नी किरण तिवारी को जान से मारने का धमकी भरा पत्र मिला जिससे पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है | यह पत्र कमलेश तिवारी के आवास पर 16 नवंबर को एक पत्र भेजा गया, जिसके जरिए किरन तिवारी को हत्या की धमकी दी गई है। पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी समेत पांच लोगों की तस्वीरें हैं। किरन तिवारी ने कहा है कि पत्र में इस बात का भी जिक्र है, इन वरिष्ठ राजनेताओं को भी टारगेट पर रखा गया है।
शुरुआती पड़ताल से पता चला है कि पत्र महाराष्ट्र के लातूर से भेजा गया है जिसमे कमलेश तिवारी की पत्नी किरण तिवारी को हत्या की धमकी दी गई है. मामले में लखनऊ की नाका थाने की पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है वही धमकी के बाद दहशत में आई किरण तिवारी ने जेड प्लस सुरक्षा की मांग की है.
किरण तिवारी के अनुसार उन्होंने नाका थाने में महाराष्ट्र के लातूर निवासी गनेश नागो राव आप्टे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. मामले में पुलिस ने बताया कि किरन तिवारी के नाम से 14 नवंबर की दोपहर खुर्शेदबाग स्थित घर के पते पर एक बंद लिफाफा भेजा गया था. इसे खोलने पर उसके भीतर से 9 पन्ने का एक पत्र निकला. दो पन्ने में उर्दू भाषा में कुछ लिखा हुआ था. किरण के अनुसार उन्होंने उर्दू में लिखी बातों का अनुवाद कराया तो पता चला कि जान से मारने की धमकी दी गई है.
शुरुआती जांच में पता चला है कि पत्र महाराष्ट्र के लातूर के मुडखेड ताल्लुका स्थित शिवाजी चौक अंबेडकरनगर निवासी गनेश नागो राव आप्टे के नाम से भेजा गया है. अब मामले में लखनऊ पुलिस महाराष्ट्र पुलिस से संपर्क कर रही है |
बातचीत के दौरान किरन ने बताया कि, 'पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भोपाल से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सांसद साध्वी प्रज्ञा, नरसिंहानंद सरस्वती, वसीम रिजवी की भी तस्वीरें हैं, जिनके लिए पत्र में लिखा गया है कि ये लोग भी निशाने पर हैं। इतना ही नहीं, भेजे गए पत्र में चार अनजान लोगों की तस्वीरें हैं। इनके बारे में पत्र में कहा गया है कि इन्हें अच्छे से पहचान लो क्योंकि यही हत्या को अंजाम देने आएंगे।'
किरन तिवारी ने कहा, '16 नवंबर को यह पत्र आया था। शाम के वक्त जब हमारे कार्यालय मंत्री सुशील बाजपेयी घर आए तो हमने उन्हें यह पत्र दिखाया। यह पत्र उर्दू में था, जिसकी वजह से हम इसे समझ नहीं पाए। अगले दिन सुशील बाजपेयी ने इस पत्र का अनुवाद हिंदी में कराया। इसके बाद पता चला कि इसमें लिखा है कि जिस तरह से कमलेश तिवारी की हत्या की गई थी उसी तरह मुझे (किरन तिवारी) भी मार दिया जाएगा। फिर हमने मामले की जानकारी नाका पुलिस थाने में दी। मेरे पति की हत्या के बाद मेरी जान को भी ख़तरा है। मुझे भी पुख्ता सुरक्षा मुहैया कराई जानी चाहिए।'
नाका हिंडोला थाने के इन्स्पेक्टर सुजीत कुमार दुबे ने कहा, 'इस मामले में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस केस की गंभीरता से जांच कर रही है।'