राजस्थान निकाय चुनावों में कांग्रेस ने मारी बाज़ी
नई दिल्ली: राजस्थान में स्थानीय निकाय चुनाव में सत्ताधारी कांग्रेस ने भाजपा को पीछे छोड़ दिया है। 49 नगर निकायों में 2,000 से अधिक पार्षदों के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के बीच नजदीकी मुकाबला रहा। नतीजों के मुताबिक नगरपालिका और नगर परिषदों में कांग्रेस काफी मजबूत दिखी। कांग्रेस ने जहां 961 वार्ड की सीटें जीती हैं वहीं भाजपा ने 737 और निर्दलीयों ने 386 सीटों पर कब्जा किया है। राज्य में तीन नगर निगमों, 18 नगर परिषद और 28 नगरपालिकाओं यानी कुल 49 निकायों में पार्षद पद के लिए शनिवार को मतदान हुआ था।
उदयपुर नगर निगम पर भाजपा का कब्जा हो गया है। यहां के 70 वॉर्डों में से बीजेपी प्रत्याशियों ने 41 पर जीत दर्ज की है, जबकि कांग्रेस 18 और अन्य 6 वॉर्डों में आगे चल रहे हैं। बीकानेर नगर निगम में भी भाजपा को जीत हासिल हुई है। यहां सभी 80 वॉर्डों के नतीजे घोषित किए जा चुके हैं। भाजपा 38, कांग्रेस 30 और अन्य को 12 वॉर्डों में जीत हासिल हुई है। बोर्ड बनाने के लिए भाजपा को अन्य का सहारा लेना पड़ सकता है। भरतपुर नगर निगम में निर्दलीयों ने बाजी मारी है। यहां के कुल 65 वॉर्डों में से 25 पर निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है। वहीं, भाजपा को 22 और कांग्रेस को 18 वॉर्डों में जीत हासिल हुई है।
राज्य में तीन नगर निगमों, 18 नगर परिषद और 28 नगरपालिकाओं यानी कुल 49 निकायों में पार्षद पद के लिए शनिवार को मतदान हुआ था। चुनाव में कुल 71.53 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इन 49 निकायों में कुल 2,105 वॉर्डों में चुनाव होना था। हालांकि 14 वॉर्डों में पार्षद निर्विरोध चुने जा चुके हैं। बाकी 2,091 वॉर्डों में 7,942 उम्मीदवार अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे हैं, जिनमें 2,832 महिलाएं व 5,109 पुरुष प्रत्याशी शामिल हैं।
पार्षद चुने जाने के बाद तय कार्यक्रम के अनुसार नगर निकायों में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 26 नवंबर और उपाध्यक्ष पद के लिए 27 नवंबर को करवाया जाएगा। इन चुनावों के नतीजों को काफी अहम माना जा रहा है। इसके बाद राज्य में जल्द ही पंचायत चुनाव होने वाले हैं। राजस्थान में 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाया गया।