महाराष्ट्र: समर्थन पर सोनिया की मोहर, सरकार गठन का रास्ता साफ़
शिवसेना, एनसीपी सरकार में कांग्रेस देगी बाहर से समर्थन करेगी
नई दिल्ली: महाराष्ट्र में सरकार बनती दिख रही है। सरकार भाजपा-शिवसेना की नहीं। यहां पर एक नया गठबंधन हुआ है। अब शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस मिल कर सरकार बनाएंगे। कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने इस मुद्दे पर जयपुर में रह रहे कांग्रेस के विधायकों से बात कीं। कांग्रेस के सभी विधायकों ने शिवसेना को समर्थन देने की घोषणा की।
सूत्रों के मुताबिक, राज्य में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस शिवसेना को बाहर से समर्थन करेगी। इससे पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सीधे फोन पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बात की। वहीं, सोनिया गांधी के साथ दिल्ली में कांग्रेस के बड़े नेताओं की बैठक की। इस बैठक में महाराष्ट्र कांग्रेस के दिग्गज नेताओं समेत अहमद पटेल और एके एंटनी जैसे वरिष्ठ नेता भी मौजूद हैं।
महाराष्ट्र के हालिया विधानसभा चुनाव में सीटों के हिसाब से चौथी सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के पास अब राज्य में गैर भाजपा सरकार के गठन की चाबी है। लंबे समय से अपनी सहयोगी रही भाजपा के बिना सरकार बनाने पर विचार कर रही शिवसेना ने सोमवार को कहा कि वह कांग्रेस और राकांपा दोनों से समर्थन के लिए आधिकारिक संवाद का इंतजार कर रही है।
राज्य में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी भाजपा ने पर्याप्त संख्या बल नहीं रहने के कारण सरकार बनाने के दावे से पीछे हटने का फैसला किया है। इसके बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवसेना को न्यौता दिया। मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना का भाजपा के साथ टकराव चल रहा है।
भाजपा (105) के बाद 56 विधायकों के साथ 288 सदस्यीय विधानसभा में शिवसेना दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है । गठबंधन के दोनों सहयोगियों के बीच गतिरोध को देखते हुए कांग्रेस और राकांपा की भूमिका महत्वपूर्ण हो गयी है । राकांपा ने 54 सीटों पर जीत हासिल की है जबकि कांग्रेस के पास 44 सीटें हैं। राकांपा ने कहा कि उसका कांग्रेस के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन है इसलिए गैर भाजपा सरकार के गठन के लिए वह सोनिया गांधी के नेतृत्व वाली पार्टी की आधिकारिक घोषणा के बाद ही कोई फैसला करेगी ।
शिवसेना के वरिष्ठ विधायक प्रताप सरनाईक ने कहा, ‘‘शिवसेना के सभी विधायकों ने सरकार गठन के दावे के हमारी पार्टी के प्रस्ताव पर दस्तखत किये है। हालांकि हम राकांपा और कांग्रेस के समर्थन के लिए आधिकारिक संवाद का इंतजार कर रहे हैं।’’ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने सोमवार को कहा कि यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि राज्य के लोगों की बदहाली को देखते हुए विकल्प के बारे में सोचें।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस से आधिकारिक पत्र मिलने के बाद संयुक्त रूप से घोषणा की जाएगी ।’’ महाराष्ट्र के लिए एआईसीसी के प्रभारी महासचिव मल्लिकार्जुन खड़गे ने नयी दिल्ली में कहा कि पार्टी महाराष्ट्र के कुछ वरिष्ठ नेताओं के साथ विकल्प की संभावना पर चर्चा करेगी । उन्होंने कहा , ‘‘हम आज शाम चार बजे अपने फैसले की घोषणा करेंगे।’’ महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल शनिवार नौ नवंबर को समाप्त हो गया। भाषा आशीष मनीषा मनीषा
जयपुर : रिसोर्ट बना लोगों के लिये आकर्षण का केन्द्र बना
महाराष्ट्र के कांग्रेसी विधायकों के पड़ाव ने यहां के एक एक रिसोर्ट को लोगों की नजर में ला दिया जो तीन दिन से राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बना हुआ है। महाराष्ट्र के नवनिर्वाचित विधायक पीली तलाई के इस रिसोर्ट में शुक्रवार को आए। महाराष्ट्र के विधायकों के इस रिसोर्ट में आने के बाद से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके कई मंत्रियों के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का इस रिसोर्ट में आना जाना लगा रहा है। इसका फायदा स्थानीय लोगों को भी हुआ क्योंकि इस रिसोर्ट को जोड़ने वाली सड़क नयी बन गयी।
इलाके की साफ सफाई भी हो गयी और सरकारी अमला भी यहां मुस्तैदी से तैनात है। इस दौरान कांग्रेस वरिष्ठ नेता अविनाश पांडे, सुशील कुमार शिंदे, मल्लिकार्जुन खड़गे, अशोक चव्हाण और पृथ्वी राज चव्हाण ने महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर चल रहे राजनैतिक गतिरोध पर कई बार चर्चा की।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी शुक्रवार रात से कई बार रिसोर्ट का दौरा कर नेताओं के साथ मंत्रणा की । जयपुर—दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग के पीली तलाई इलाके में स्थित रिसोर्ट में मुख्यमंत्री के अलावा, राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा, मुख्य सचेतक महेश जोशी और अन्य कांग्रेस विधायक भी कई बार वहां गये। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि इससे पूर्व उन्होंने कभी वाहनों की ऐसी आवाजाही नहीं देखी।
नवनिर्वाचित विधायकों में से कुछ ने शनिवार को अजमेर के पुष्कर का और कुछ विधायकों ने रविवार को आमेर किले का दौरा किया। सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अविनाश पांडे, सुशील कुमार शिंदे, मल्लिकार्जुन खड़गे, अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण और बालासाहेब थोराट दिल्ली के लिये रवाना हो गये जबकि महाराष्ट्र के नवनिर्वाचित विधायक अभी भी रिसोर्ट में ठहरे हुए हैं।