फैसले को खुले दिल से स्वीकारने में ही हमारी और देश की भलाई है: कल्बे जवाद
लखनऊ: बाबरी मस्जिद और राम मंदिर मामले पर सुप्रीम कोर्ट के आने वाले फैसले के संबंध में, इमामे जुमा मौलाना सैयद कलबे जवाद नकवी ने सभी मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करें और किसी भी तरह की प्रतिक्रिया से परहेज़ करें। मौलाना ने अपने बयान में कहा कि सर्वोच्च न्यायालय से जो भी फैसला आयेगा,उस पर धैर्य और सब्र का मुज़ाहेरा करें, चाहे वह किसी के पक्ष में हो या किसी के खिलाफ हो। मुसलमानों द्वारा कोई ऐसी बात नहीं होनी चाहिए जो अराजकता और आपसी मतभेद का सबब बने। इसी तरह, हमारे हिन्दु भाई भी देश में शांति बनाये रखने के लिए अपने मुस्लिम भाइयों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करें।
मौलाना ने आगे कहा कि हमने कई साल पहले कहा था कि सभी मुसलमान सुप्रीम कोर्ट से जो भी फैसला आएगा उसे स्वीकार करेंगे, चाहे वह फैसला हमारे पक्ष में हो या खिलाफ हो। मौलाना ने मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर किसी भी तरह की प्रतिक्रिया से बचें, क्योंकि इस्से देश में असंतुलित माहोल पैदा हो सकता है। इस निर्णय को स्वीकार करना ही देश के हित में है।
मौलाना ने कहा कि जितनी जल्दी यह समस्या हल हो जाए उतना ही बेहतर होगा और यह समस्या अगली पीढ़ी तक नहीं पहुंचे यही हमारी सबसे बडी उपलब्धि होगी। हम सबको सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को खुले दिल से स्वीकार करना होगा। इसी में हमारी और देश की भलाई है।