नितीश ने दिल्ली के लिए माँगा पूर्ण राज्य का दर्जा
नई दिल्ली: दिल्ली में विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग का समर्थन किया है। बदरपुर में जेडीयू दिल्ली प्रदेश कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करते नीतीश कुमार ने कहा कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि जेडीयू हमेशा इस मांग के पक्ष में रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की तरह ही है।
इससे पहले आम आदमी पार्टी दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग करती रही है। इस साल लोकसभा चुनाव में दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने इसे प्रमुख चुनावी मुद्दा बनाया था।
नीतीश कुमार ने कहा कि दिल्ली में चाहे कोई बिहार से आये या किसी अन्य प्रदेश से, यहां की सरकार को सस्ता इलाज मुहैया कराना चाहिये। हाल में दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने कहा था कि सस्ता इलाज कराने के लिए बिहार के लोग दिल्ली में आते हैं और सस्ता इलाज कराकर जाते हैं। हालांकि केजरीवाल ने यह भी कहा था कि उन्हें इस बात की खुशी है लेकिन उनके इस बयान पर राजनीतिक बयानबाजी भी हुई थी।
नीतीश कुमार ने कहा कि सभी के साथ न्याय होना चाहिए। हर इलाके का विकास, हर जगह और हर वर्ग के लोगों का विकास होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं में उनकी सरकार ने बिहार में महिलाओं को 50 फीसद आरक्षण दिया। इसलिए वहां की महिलाएं प्रगतिशील बनीं। बिहार के सीएम कहा कि कहा कि वर्ष 2007 में पोशाक योजना शुरू की तो मिडिल स्कूल में लड़कियां की संख्या बढ़ी। फिर लड़कियों के लिए साइकिल योजना शुरू की। गांव-गांव में लड़कियां साइकिल से स्कूल जाने लगीं। इससे लड़कियों का आत्मविश्वास बढ़ा।
उन्होंने कहा कि इस योजना की सफलता के बाद लड़कों के लिए भी साइकिल योजना शुरू की। वर्ल्ड बैंक से कर्ज लेकर नारी उत्थान के लिए जीविका योजना शुरू की। जीविका समूह से एक करोड़ से अधिक महिलाएं जुड़ गई हैं।नीतीश ने कहा कि अब बिहार के हर गांव में हर घर में नल से जल पहुंचाएंगे। बिहार में खुले में शौच से मुक्ति और शुद्ध पानी पर उनकी सरकार काम कर रही है। नीतीश कुमार ने कहा कि दिल्ली अनाधिकृत कॉलोनी में पीने का शुद्ध पानी उपलब्ध कराने के लिये हमें काम करना है। यमुना नदी के दोनों किनारों से ओजोन की समस्या से राहत दिलाने की जरुरत है।