कमलेश तिवारी हत्याकांड: चाकू से हमले के बाद मारी गई गोली
नई दिल्ली: हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कई खुलासे हुए हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक, कमलेश तिवारी को करीब 15 बार चाकुओं से हमला किया गया। सीने में बाईं तरफ सात बार चाकू से वार किया गया, जिससे घाव के चार सेंटीमीटर गहरे निशान हैं। गर्दन पर भी चाकू रेतने के निशान हैं। इसके अलावा शरीर पर दो जगह चाकू से रेतने के निशान मिले हैं। चेहरे पर बुलेट इंजरी है। माना जा रहा है कि कमलेश तिवारी को पहले चाकू मारा गया। इसके बाद गोली मारी गई।
गुजरात एटीएस द्वारा हत्याकांड में दोनों मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद यूपी पुलिस की टीम सीओ क्राइम दीपक सिंह, एसएचओ नाका सुजीत दुबे और अन्य के साथ अहमदाबाद के एटीएस ऑफिस पहुंच गई है। टीम पकड़े गए दोनों हत्यारोपियों से पूछताछ करेगी। इसके बाद पुलिस उन्हें रिमांड पर लेकर यूपी लाएगी। मामले में सोशल मीडिया पर यूपी पुलिस की छिछालेदर होने के बाद यूपी पुलिस के मुखिया ओपी सिंह ने दावा किया है कि यूपी पुलिस के दबाव के कारण उन्हें यहां से भागना पड़ा। हमने लगातार होटलों, रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों की जांच कराई।
गुजरात एटीएस के मुताबिक दोनों आरोपियों को गुजरात और राजस्थान की सीमा से गिरफ्तार किया गया है। हत्यारोपियों के पास पैसे खत्म हो गए थे और उन्होंने अपने परिवार से पैसे के लिए संपर्क किया था। इसके बाद एटीएस गुजरात ने उन्हें दबोच लिया। कमलेश तिवारी हत्याकांड से जुड़े सबूतों को पुलिस कड़ी दर कड़ी जोड़ रही है। इसके लिए आरोपियों के मददगारों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है। हालांकि अभी तक हत्याकांड का खुलासा पूरी तरह नहीं हो पाया है कि घटना के लिए कौन-कौन और कितना दोषी है, लेकिन यह दावा किया जा रहा है कि कमलेश तिवारी के बयानों की वजह से उनकी हत्या की गई।
सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने वालों के खिलाफ यूपी पुलिस सख्त हो गई है। यूपी पुलिस ने अभियान चलाकर पिछले 72 घंटे में 32 मुकदमे दर्ज कराए हैं। पुलिस महानिदेशक मुख्यालय के सोशल मीडिया सेल की मानीटरिंग के माध्यम से पिछले 72 घण्टों में 178 सोशल मीडिया एकाउन्ट्स या पेज को रिपोर्ट या ब्लाक कराने की कार्यवाही की गयी है और 32 मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिसमें पिछले 24 घंटे में 28 सोशल मीडिया एकाउन्ट्स या पेज को रिपोर्ट या ब्लाक कराने की कार्यवाही की गई है। इसमें लखीमपुर खीरी में एक, कानपुर नगर में दो, बुलन्दशहर में एक, बाराबंकी में एक, वाराणसी में एक, बांदा में एक मुकदमे कराए गए हैं। इस प्रकार 24 घंटे में सात एफआईआर दर्ज कराई गई है।