परमाणु हथियारों तक जा पहुंची अमेरिका और तुर्की के संबंधों में कड़वाहट
नई दिल्ली: अमेरिका ने आज मंगलवार को तुर्की के गृहमंत्री, रक्षामंत्री और ऊर्जा मंत्री और रक्षा एवं ऊर्जा मंत्रालयों पर प्रतिबंध की घोषणा कर दी जो इस बात का सूचक है कि दोनों देशों के संबंधों में तनाव और कड़वाहट बढ़ रही है।
अमेरिका परमाणु वारहेड्स को तुर्की से निकालने की समीक्षा कर रहा है। समाचार पत्र न्यूयार्क टाइम्स ने जानकार सूत्रों के हवाले से लिखा है कि वाशिंग्टन और अंकारा के मध्य तनावों में वृद्धि हो जाने के बाद संभव है कि अमेरिका तुर्की की इंजरलिक छावनी से अपने परमाणु हथियारों को हटा ले। अमेरिका तुर्की से अपने परमाणु हथियारों को निकालने के संबंध में समीक्षा कर रहा है।
समाचार पत्र न्यूयार्क टाइम्स ने आज मंगलवार को अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि अमेरिका और तुर्की के मध्य तनावों में वृद्धि हो जाने के कारण वाशिंग्टन तुर्की से अपने परमाणु हथियारों को बाहर निकाल सकता है।
इस समाचार पत्र ने दो अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि अमेरिका के विदेश एवं ऊर्जा मंत्रालय 50 परमाणु वार हेड्स को तुर्की से बाहर निकालने की समीक्षा कर रहे हैं। वर्षों से इन परमाणु हथियारों को अमेरिका ने तुर्की की इंजरलिक सैन्य छावनी में रख रखा है।
एक दूसरे अमेरिकी अधिकारी ने इन परमाणु हथियारों को अंकारा द्वारा बंधकों की संज्ञा दी है।
समाचार पत्र न्यूयार्क टाइम्स ने तुर्की से इन परमाणु हथियारों के निकाले जाने के महत्व के बारे में लिखा कि इंजरलिक से इन हथियारों का निकाला जाना तुर्की और अमेरिका के बीच गठबंधन की समाप्ति का सूचक है।
परमाणु हथियार अप्रसार केन्द्र के एक सदस्य जेफरी लुईस सीरिया के उत्तर में अमेरिकी सैनिकों के ठिकानों के निकट तुर्क सैनिकों के हालिया हमले की ओर संकेत करते हुए कहा कि मैं समझता हूं कि यह पहला देश है जो अमेरिकी सैनिकों के ठिकानों की ओर हमला कर रहा है जबकि उस देश में अमेरिका के परमाणु हथियार रखे हुए हैं।
इससे पहले भी अमेरिकी अधिकारियों ने तुर्की में परमाणु वार हेड्स तैनात करने के संबंध में चिंता जताई थी और कहा था कि वाशिंग्टन इन हथियारों को तुर्की से निकाल सकता है।
समाचार पत्र न्यूयार्क टाइम्स ने इसी प्रकार तुर्क राष्ट्रपति रजब तय्यब अर्दोग़ान के हालिया उस सांकेतिक बयान की ओर संकेत किया जिसमें उन्होंने कहा था कि अंकारा के पास भी अपना परमाणु हथियार होना चाहिये। क्योंकि औद्योगिक व विकसित देशों के पास इस प्रकार के हथियार मौजूद हैं।
आज समाचार पत्र गार्डियन ने भी तुर्की से अमेरिका के परमाणु हथियारों के निकाल लिये जाने की संभावना के बारे में अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि इस विषय के बारे में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के शासन काल में बात की गयी थी किन्तु तुर्की सहित नैटो के सदस्य देशों ने इन हथियारों के निकालने का विरोध किया था।
समाचार पत्र गार्डियन ने एक पूर्व अमेरिकी अधिकारी के हवाले से दावा किया है कि इससे पहले वाली सरकार में जब परमाणु हथियारों को निकालने का मुद्दा उठाया गया था तो एक तुर्क कूटनयिक ने धमकी दी थी कि इस विषय के व्यवहारिक बयाये जाने की स्थिति में अंकारा परमाणु बम बनाने की दिशा में क़दम उठायेगा।
इस अमेरिकी अधिकारी ने दावा किया है कि अब नौबत यह आ गयी है कि इस मामले की अनदेखी नहीं की जा सकती।
ज्ञात रहे कि अमेरिका ने आज मंगलवार को तुर्की के गृहमंत्री, रक्षामंत्री और ऊर्जा मंत्री और रक्षा एवं ऊर्जा मंत्रालयों पर प्रतिबंध की घोषणा कर दी जो इस बात का सूचक है कि दोनों देशों के संबंधों में तनाव और कड़वाहट बढ़ रही है।