मेरे विरोधी मुझे चुप कराने के लिए बेताब: राहुल
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी मानहानि के एक मामले में गुजरात के सूरत के कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट में पेशी के बाद राहुल ने कहा कि ये मुझे चुप कराने की साजिश है। उनके विरोधी उन्हें चुप कराने के लिए बेताब हैं। यह मामला राहुल की टिप्पणी 'सभी चोरों का उपनाम मोदी क्यों होता है' से जुड़ा है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बी एच कपाडिया ने मई में राहुल गांधी के खिलाफ समन जारी किया था।
राहुल ने ट्वीट किया, ‘मेरे विरोधियों ने मेरे खिलाफ मानहानि का केस किया है। मेरे विरोधी मुझे चुप कराने के लिए बेताब हैं। लेकिन जीत सच्चाई की होगी।’
इससे पहले लोकसभा चुनाव 2019 के प्रचार अभियान के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उपनाम 'मोदी' को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान को लेकर कोर्ट में जब जज ने पूछा कि क्या उन्हें अपना गुनाह कबूल है, तो राहुल गांधी ने कहा- नहीं। राहुल गांधी ने इस मामले में पेशी से छूट के लिए अर्जी डाली है। कोर्ट 10 दिसंबर को उनकी अर्जी पर जवाब देगा।
इस साल लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने टिप्पणी की थी- 'सभी चोरों के उपनाम मोदी क्यों हैं?' उनकी इस टिप्पणी पर भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी ने उनके खिलाफ सीआरपीसी की धारा 499/500 के तहत शिकायत दर्ज की थी। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बी एच कपाड़िया ने मई में राहुल गांधी को समन जारी किया था। जुलाई में पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने राहुल को व्यक्तिगत तौर पर पेशी से छूट देते हुए सुनवाई की अगली तारीख 10 अक्टूबर तय की थी।
गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोडवाडिया ने आईएएनएस को बताया था कि राहुल 10 अक्टूबर को सूरत में और 11 अक्टूबर को अहमदाबाद में अदालत में पेश होंगे। राहुल गांधी के दौरे को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा ने मंगलवार को स्थानीय नेताओं के साथ बैठक की। इसके बाद उन्होंने मीडिया को बताया कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 10 अक्टूबर को यहां कोर्ट में उपस्थित होंगे। पार्टी कार्यकर्ता उनका पूरे रास्ते जोरदार स्वागत करेंगे।
राहुल गांधी अहमदाबाद की एक अदालत में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ टिप्पणी करने के लिए एक स्थानीय भाजपा पार्षद ब्रह्मभट्ट द्वारा दायर एक मामले में दिखाई देंगे। वहीं उनके खिलाफ अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन अजय पटेल ने दर्ज कराया है। राहुल ने बैंक पर घोटाले का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि नोटबंदी के दौरान बैंक ने 750 करोड़ रुपये नए नोटों से बदल दिए। इस मामले में राहुल को जुलाई में जमानत दे दी गई थी।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान एक चुनावी सभा में राहुल गांधी ने कहा था कि सभी चोरों के नाम मोदी है। इस जमकर बयानबाजी हुई थी। जवाब में पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ में एक चुनावी जनसभा के दौरान जमकर हमला बोला था। उस समय पीएम मोदी ने गांधी परिवार हमला करते हुए कहा था कि परिवार और 'वंशवाद की राजनीति का विरोध करने वालों को गालियां सुननी ही पड़ती हैं।