विधिक जागरुकता शिविर लगाकर एमिटी ने दी ग्रामीणों को कानूनी अधिकारों की जानकारी
लखनऊ: आम नागरिकों के कानूनी अधिकारों और उनकी विभिन्न कानूनी समस्याओं के संभावित समाधान के प्रति लोगों को जागरुक करने हेतु एमिटी विधिक सेवा संकाय ने उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सहयोग से लखनऊ जिले के शाहजी का पुरवा ग्राम में एक विधिक सेवा शिविर लगाया।
शिविर में उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा एवं जिला विधिक सेवा की आधिकारियों ने अपनी उपस्तिथि ना सिर्फ दर्ज करायी बल्कि गाँव वासियों की समस्यों को ध्यान से सुना एवं उन समस्यों की निवारण की लिए गांव के प्रधान को भी तलब किया एवं उचित करवाई का भी आश्वासन दिया। इस नेक कार्य में एमिटी विधिक सेवा संकाय के विद्यार्थियों के साथ अर्ध-विधिक कार्यकर्ताओं एवं सामान्य सेवा केंद्र के कार्यकर्ताओं ने भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अजय त्यागी, प्राधिकरण के उप सचिव सुबोध भारती, राज्य प्राधिकरण की ज्योत्स्ना जी, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की रीना मल्होत्रा, शैलेंद्र श्रीवास्तव, पैरा कानूनी स्वयंसेवक, डीएलएसए, राजेश कुमार, पैरा कानूनी स्वयंसेवक, डीएलएसए, महमूद अली ओवेस, पैरा कानूनी स्वयंसेवक, डीएलएसए, संगीता, पैरा कानूनी स्वयंसेवक, डीएलएसए, बोधलाल सहित एमिटी ला स्कूल के निदेषक डा. जेपी यादव, एमिटी विधिक सेवा संकाय के प्रो. एस के गौर, प्रो जीके. चंदानी और संकाय समन्वयक पूजा कौशिक उपस्थित रहीं।
अनिवार्य शिक्षा, राशन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड, सीवर समस्या, पानी और बिजली से जुडी समस्याओं जैसी रोजमर्रा की शिकायतों के संबंध में शिविर के दौरान स्थानीय ग्रामीणों को विधि विशेषज्ञों द्वारा निशुल्क कानूनी सलाह और जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर एमिटी लाॅ स्कूल के छात्र-छात्राओं ने चुनाव की अहमियत, मतदान में लोगो की भागीदारी एवं सुचना के अधिकार पर आधारित मनोरंजक व शिक्षाप्रद नुक्कड़ नाटक का भी मंचन किया।
एमिटी ला स्कूल के छात्रों सरल खेड़ा, इनामुद्दीन अहमद, आकांक्षा बाजपायी, अम्बरीश नारायण सिंह, शषांक यादव, आरीन अहमद खान, समर्थ श्रीवास्तव, शिवांग रीवास्तव, जागृति, संदिली आनंद, सौम्या प्रसाद, इशिता, मरियम बेग और तनिष्का सिंह ने नुक्कड़ नाटक प्रस्तुति में अभिनय करने के साथ-साथ ही एमिटी लीगल सेल के सदस्य के तौर पर स्थानीय ग्रामीणों की कानून सम्बंधित समस्याओं की जानकारी दी एवं उनको उसके निराकरण सम्बन्धी सुझाव भी दिये।
प्रस्तुत नुक्कड नाटक की विषयवस्तु और उसके सहज प्रस्तुतिकरण को उपस्थित दर्शकों की भरपूर सराहना और तालियां मिलीं। नाटक में रोजाना के जीवन से जुडी समस्याओं और उनसे जुडी जानकारियां लोगों तक पहुचाई गईं।
विधिक जागरुकता शिविर के दौरान छात्रों ने आधा सैकड़ा से ज्यादा लोगों की कानूनी समस्याओं को सुना, समझा और उचित सलाह देकर उनका समाधान तलाशने का प्रयास किया।