कपिल देव ने सीएसी प्रमुख पद से दिया इस्तीफा
नई दिल्ली: 1983 में भारत को विश्व कप चैंपियन बनाने वाले कप्तान कपिल देव ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। कपिल ने सीएसी के प्रमुख पद से इस्तीफा दिया। इससे पहले सीएसी की एक और सदस्य शांता रंगास्वामी भी अपना पद छोड़ चुकी हैं। कपिल ने पद छोड़ने के कारण का खुलासा नहीं किया, लेकिन सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित प्रशासकों की समिति (सीओए) को ई-मेल करके अपने फैसले की जानकारी दी।
कपिल देव को एड-हॉक समिति का प्रमुख इस साल जुलाई में बनाया था। सीएसी पर भारतीय पुरुष और महिला क्रिकेट टीम के हेड कोच चुनने की जिम्मेदारी थी। कपिल देव की अध्यक्षता वाली सीएसी ने इंटरव्यू आयोजित किए और भारतीय पुरुष टीम के लिए रवि शास्त्री की दोबारा नियुक्ति की। ध्यान हो कि शांता रंगास्वामी ने अपने पद से तब इस्तीफा दिया जब कपिल देव और अंशुमन गायकवाड़ के साथ उन्हें भी बीसीसीआई के एथिक्स ऑफिसर डीके जैन ने सितंबर में हितों के टकराव का नोटिस भेजा।
मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के सदस्य संजीव गुप्ता ने सितंबर में सीएसी के सदस्यों के खिलाफ शिकायत की थी। शिकायत में गुप्ता ने दावा किया था कि सीएसी के सदस्य कई भूमिकाएं एकसाथ निभा रहे हैं। गुप्ता ने कहा कि कपिल देव इसलिए हितों का टकराव कर रहे हैं क्योंकि वह कमेंटेटर हैं, फ्लडलाइट कंपनी के मालिक हैं और सीएससी के अलावा भारतीय क्रिकेटर्स एसोसिएशन के सदस्य भी हैं। वहीं शांता रंगास्वामी भी भारतीय क्रिकेटर्स एसोसिएशन और सीएसी समेत कई भूमिकाओं का निर्वहन कर रही हैं।
इस बीच शांता रंगस्वामी ने हितों के टकराव को लागू करने के लिए सख्त दिशा-निर्देश पर निराशा व्यक्त की थी। इससे क्रिकेटर्स असहाय महसूस कर रहे थे। उन्होंने एक वेबसाइट से बातचीत में कहा था, 'मैं बीसीसीआई में योगदान देना चाहती हूं, लेकिन अन्य चीजें साथ में करना चाहती हूं। अगर मैं ऐसी पोजीशन पर रही तो कुछ कर नहीं सकती।' रंगास्वामी ने साथ ही पुष्टि की थी कि वह नोटिस के खिलाफ कुछ नहीं करेंगी और भारतीय क्रिकेटर्स एसोसिएशन में अपने पद से भी इस्तीफा देंगी।
हाल ही में राहुल द्रविड़ के खिलाफ भी संजीव गुप्ता ने हितों के टकराव मामले में शिकायत दर्ज की थी। बीसीसीआई के एथिक्स ऑफिसर डीके जैन ने द्रविड़ को पूछताछ के लिए बुलाया था। गुप्ता ने कहा था कि द्रविड़ ने हितों का टकराव किया है क्योंकि वह नेशनल क्रिकेट एकेडमी में प्रमुख हैं। इसके अलावा वह इंडिया सीमेंट्स के उपाध्यक्ष हैं, जो चेन्नई सुपरकिंग्स की मालिक है।